मेरी जिंदगी की सारी खुशियां भी और गम भी हो तुम,
मेरे आंखों की रोशनी और निंदिया भी हो तुम ।
वो सावन की पहली सावन की वो बरसात हो तुम,
मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम "।।
मेरे इस दिल की धड़कन में रहने वाली हो तुम,
मेरे आंखों में , मेरी सांसों में बसने वाली हो तुम ।
मेरे जिंदगी की हर उन राहों में साथ चलने वाली हो तुम,
मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम "।।
प्यार पर लिखी मेरी हर एक शायरी हो तुम,
मेरी जिंदगी को जो बयां करें वो डायरी हो तुम ।
हर दुआ में मांगी हुई हर ख्वाहिश हो तुम,
मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम "।।
मेरे लफ़्ज़ों के वो सभी अल्फ़ाज़ हो तुम,
चांद, सितारों से सजी वो रात हो तुम ।
मेरी हर वो अनकही , अनसुनी सी बात उल्लेख हो तुम,
मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम " ।।
©बेजुबान शायर shivkumar
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