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#SAD

दिल के अरमान आंसुओं में बह के

144 View

गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती। भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए. ©person

 गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है?


यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती।

भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: 
 
हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. 
 
मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. 
 
मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. 
 
अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. 
 
उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. 
 
भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए.

©person

गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के वि

18 Love

#विचार

हत्या का प्रयास करने के आरोप में दो अभियुक्त गिरफ्तार, एक बाल अपचारी को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया लोकेसन गोरखपुर थाना रामगढ़ताल उत्तर प्

144 View

#विचार

दिनांक - 18-8-2024 लोकेशन - किराड़ी दिल्ली AM NEWS NATIONAL sa चीफ एडिटर अमृत मिश्रा का रिपोर्ट जल भराव के कारण लोगों का जीना हुआ मुश्किल ।

117 View

#विचार  कोलकाता क्षेत्र की एक लडकी के साथ बहुत ही हैवानियत की गई।

रायपुर छत्तीसगढ़।

हेड लाइन - कोलकाता क्षेत्र की एक लडकी के साथ हैवानियत की गई।

36 घंटे की ट्रेनिंग कर के अपने घर जब लौट रही थी ट्रेन।

जब यहां हादसा हुआ।

ट्रेन मे वो लडकी जब वो चैन की नींद सोयी थी।

नींद खुली जब उस लडकी की तो वो चीख चीख कर रोयी थी।

कपडे फाडे  टाँर्चर किया दर्द से खुब चिल्लाई वो लडकी।

एक से ज्यादा लोग होने के कारण वहां लडकी कुछ भी नही कर पाई।

उस लडकी की जिसम को नोचते रहे वो हैवान।

उस लडकी के दोनो आँखों पर वार किया गया।

हैवानियत उतनी ज्यादा बढी तो उस लडकी को गला घोटकर मार दिया।

जब बारी आयी उस घटना को पुरी दुनिया के सामने लाने की तो सब कोई पिछे हटाने लगे।

जब बारी आयी उस लडकी को इंसाफ दिलाने को।

तो देखो उस केस को कुछ इस तरह से दर्शाया गया।

अखिलेश तिवारी की खास रिपोर्ट।

©amnewsnational

कोलकाता क्षेत्र की एक लडकी के साथ बहुत ही हैवानियत की गई। रायपुर छत्तीसगढ़। हेड लाइन - कोलकाता क्षेत्र की एक लडकी के साथ हैवानियत की गई।

144 View

#shayri  White जितने बड़े इनके मकान, दिल के उतने छोटे हैं, 
जितने बड़े इनके मकान, दिल के उतने छोटे हैं,
एक एक पैसे को ये सुबह शाम रोते हैं.
ऐसे लोग अक्सर क्यूं मकान मालिक होते हैं,

क्यूं सीढियों की लाइट तुमने थी ऑन छोड़ी,
 10 साल पुरानी खिड़की थी तुमने इनकी तोड़ी,
जंग से लदा जो गेट है, तुमने है जाम कराया, 
ऐसी जगह लोग अक्सर, मकान ले के रोते हैं,
ऐसे लोग अक्सर क्यूं, मकान मालिक होते हैं,

सारे शहर की बिजली है 7 रूपये की यूनिट,
इक इनके ही यहां पे बिजली है आती यूनीक, 
ये 9रुपया हैं लेते, और उसमें भी कमाते, 
इस तरह से अपना AC, ye  फ्री में हैं चलाते.
ऐसे लोग अक्सर क्यूं, मकान मालिक होते हैं..

©Pankaj Pahwa

#shayri वादे के मुताबिक पूरा कर रहा हूं, जो था अधूरा छोड़ा उसको मैं पढ़ रहा हूं... @Kshitija

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#SAD

दिल के अरमान आंसुओं में बह के

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गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती। भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए. ©person

 गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है?


यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती।

भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: 
 
हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. 
 
मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. 
 
मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. 
 
अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. 
 
उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. 
 
भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए.

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गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के वि

18 Love

#विचार

हत्या का प्रयास करने के आरोप में दो अभियुक्त गिरफ्तार, एक बाल अपचारी को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया लोकेसन गोरखपुर थाना रामगढ़ताल उत्तर प्

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#विचार

दिनांक - 18-8-2024 लोकेशन - किराड़ी दिल्ली AM NEWS NATIONAL sa चीफ एडिटर अमृत मिश्रा का रिपोर्ट जल भराव के कारण लोगों का जीना हुआ मुश्किल ।

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#विचार  कोलकाता क्षेत्र की एक लडकी के साथ बहुत ही हैवानियत की गई।

रायपुर छत्तीसगढ़।

हेड लाइन - कोलकाता क्षेत्र की एक लडकी के साथ हैवानियत की गई।

36 घंटे की ट्रेनिंग कर के अपने घर जब लौट रही थी ट्रेन।

जब यहां हादसा हुआ।

ट्रेन मे वो लडकी जब वो चैन की नींद सोयी थी।

नींद खुली जब उस लडकी की तो वो चीख चीख कर रोयी थी।

कपडे फाडे  टाँर्चर किया दर्द से खुब चिल्लाई वो लडकी।

एक से ज्यादा लोग होने के कारण वहां लडकी कुछ भी नही कर पाई।

उस लडकी की जिसम को नोचते रहे वो हैवान।

उस लडकी के दोनो आँखों पर वार किया गया।

हैवानियत उतनी ज्यादा बढी तो उस लडकी को गला घोटकर मार दिया।

जब बारी आयी उस घटना को पुरी दुनिया के सामने लाने की तो सब कोई पिछे हटाने लगे।

जब बारी आयी उस लडकी को इंसाफ दिलाने को।

तो देखो उस केस को कुछ इस तरह से दर्शाया गया।

अखिलेश तिवारी की खास रिपोर्ट।

©amnewsnational

कोलकाता क्षेत्र की एक लडकी के साथ बहुत ही हैवानियत की गई। रायपुर छत्तीसगढ़। हेड लाइन - कोलकाता क्षेत्र की एक लडकी के साथ हैवानियत की गई।

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#shayri  White जितने बड़े इनके मकान, दिल के उतने छोटे हैं, 
जितने बड़े इनके मकान, दिल के उतने छोटे हैं,
एक एक पैसे को ये सुबह शाम रोते हैं.
ऐसे लोग अक्सर क्यूं मकान मालिक होते हैं,

क्यूं सीढियों की लाइट तुमने थी ऑन छोड़ी,
 10 साल पुरानी खिड़की थी तुमने इनकी तोड़ी,
जंग से लदा जो गेट है, तुमने है जाम कराया, 
ऐसी जगह लोग अक्सर, मकान ले के रोते हैं,
ऐसे लोग अक्सर क्यूं, मकान मालिक होते हैं,

सारे शहर की बिजली है 7 रूपये की यूनिट,
इक इनके ही यहां पे बिजली है आती यूनीक, 
ये 9रुपया हैं लेते, और उसमें भी कमाते, 
इस तरह से अपना AC, ye  फ्री में हैं चलाते.
ऐसे लोग अक्सर क्यूं, मकान मालिक होते हैं..

©Pankaj Pahwa

#shayri वादे के मुताबिक पूरा कर रहा हूं, जो था अधूरा छोड़ा उसको मैं पढ़ रहा हूं... @Kshitija

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