tags

New समकालीन कविता की परिभाषा Status, Photo, Video

Find the latest Status about समकालीन कविता की परिभाषा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about समकालीन कविता की परिभाषा.

  • Latest
  • Popular
  • Video

समझ न सका कोई,ऐसा किरदार निभाता है, चाहे जितनी हो मुश्किलें,अकेले पार करता है, दिल के जख्मों पर ,मरहम लगातार लगाता है पर मेरे आँखों से कभी ,अश्क़ न बहने देता है.... | ©Amol M. Bodke

#कविता  समझ न सका कोई,ऐसा किरदार निभाता है, 
चाहे जितनी हो मुश्किलें,अकेले पार करता है, 
दिल के जख्मों पर ,मरहम लगातार लगाता है 
पर मेरे आँखों से कभी ,अश्क़ न बहने देता है.... |

©Amol M. Bodke

प्रेम कविता मराठी कविता कुमार विश्वास की कविता देशभक्ति कविता Maa पर कविता

10 Love

#कविता

कविता कोश मराठी कविता कुमार विश्वास की कविता Kalki हिंदी कविता

117 View

#विचार  स्त्री की परिभाषा सही मायने में यह है कि अपने सामर्थ्य से सहनशीलता के साथ अपनों के सेवाभाव में प्रगति के पथ पर लक्ष्मी जी की तरह परिवार का उत्थान करें वो स्त्री है।

©Satish Kumar Meena

स्त्री की परिभाषा

99 View

शोभा हूॅं मैं घर आंगन की, क्यों मेरा तनिक भी मोल नहीं। बार बार तुम खींच रहे जो, अटूट बंधन है कच्ची डोर नहीं। पावन सुत्र के मोती धुमिल अब, समस्त यह गांठ ही रह जाएगी। एक दिन... चिड़िया उड़ जाएगी। ©Ritika Vijay Shrivastava

#कविता #swiftbird  शोभा हूॅं मैं घर आंगन की,
क्यों मेरा तनिक भी मोल नहीं।
बार बार तुम खींच रहे जो,
अटूट बंधन है कच्ची डोर नहीं।
पावन सुत्र के मोती धुमिल अब,
समस्त यह गांठ ही रह जाएगी।
एक दिन... चिड़िया उड़ जाएगी।

©Ritika Vijay Shrivastava

#swiftbird कविता हिंदी कविता हिंदी कविता कुमार विश्वास की कविता कविता कोश

15 Love

#विचार

तुलसी अकबर के समकालीन थे

99 View

#कॉमेडी

दिल की परिभाषा।

2,475 View

समझ न सका कोई,ऐसा किरदार निभाता है, चाहे जितनी हो मुश्किलें,अकेले पार करता है, दिल के जख्मों पर ,मरहम लगातार लगाता है पर मेरे आँखों से कभी ,अश्क़ न बहने देता है.... | ©Amol M. Bodke

#कविता  समझ न सका कोई,ऐसा किरदार निभाता है, 
चाहे जितनी हो मुश्किलें,अकेले पार करता है, 
दिल के जख्मों पर ,मरहम लगातार लगाता है 
पर मेरे आँखों से कभी ,अश्क़ न बहने देता है.... |

©Amol M. Bodke

प्रेम कविता मराठी कविता कुमार विश्वास की कविता देशभक्ति कविता Maa पर कविता

10 Love

#कविता

कविता कोश मराठी कविता कुमार विश्वास की कविता Kalki हिंदी कविता

117 View

#विचार  स्त्री की परिभाषा सही मायने में यह है कि अपने सामर्थ्य से सहनशीलता के साथ अपनों के सेवाभाव में प्रगति के पथ पर लक्ष्मी जी की तरह परिवार का उत्थान करें वो स्त्री है।

©Satish Kumar Meena

स्त्री की परिभाषा

99 View

शोभा हूॅं मैं घर आंगन की, क्यों मेरा तनिक भी मोल नहीं। बार बार तुम खींच रहे जो, अटूट बंधन है कच्ची डोर नहीं। पावन सुत्र के मोती धुमिल अब, समस्त यह गांठ ही रह जाएगी। एक दिन... चिड़िया उड़ जाएगी। ©Ritika Vijay Shrivastava

#कविता #swiftbird  शोभा हूॅं मैं घर आंगन की,
क्यों मेरा तनिक भी मोल नहीं।
बार बार तुम खींच रहे जो,
अटूट बंधन है कच्ची डोर नहीं।
पावन सुत्र के मोती धुमिल अब,
समस्त यह गांठ ही रह जाएगी।
एक दिन... चिड़िया उड़ जाएगी।

©Ritika Vijay Shrivastava

#swiftbird कविता हिंदी कविता हिंदी कविता कुमार विश्वास की कविता कविता कोश

15 Love

#विचार

तुलसी अकबर के समकालीन थे

99 View

#कॉमेडी

दिल की परिभाषा।

2,475 View

Trending Topic