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में अपने " #लफ़्ज़ " बहुत ही कम ही लिखता हूं !! पर पूरी " #ज़िंदगी " के सारे ग़म को भी लिखता हूं !! मेरी " #शायरी " को पड़ने वाले भी यु तड़प उठे !! में हंस कर ऐसे " #ज़ख़म " को भी लिखता हूं !! " परवाह " नहीं मुझे किसी के ये ,, बेफिजुल ,, आंसुओं की !! जब भी लिखता हूं " बेरहम " भी लिखता हूं !! मुझे तुम्हारी ये बद " दुआ " ही , क्या मुझे ये मारेगी !! में तोड़ी हुई वो हज़ार " #कसम " भी लिखता हूं !! ©बेजुबान शायर shivkumar

#बेजुबानशायर #ज़िंदगी #लफ़्ज़ #कविता95 #कविता #शायरी  में अपने " #लफ़्ज़ " बहुत ही कम ही लिखता हूं !!
पर पूरी " #ज़िंदगी " के सारे ग़म को भी लिखता हूं !!

मेरी " #शायरी " को पड़ने वाले भी यु तड़प उठे !!
में हंस कर ऐसे " #ज़ख़म " को भी लिखता हूं !!

" परवाह " नहीं मुझे किसी के ये ,, बेफिजुल ,, आंसुओं की !!
जब भी लिखता हूं " बेरहम " भी लिखता हूं !!

मुझे तुम्हारी ये बद " दुआ " ही ,  क्या मुझे ये मारेगी !!
में तोड़ी हुई वो हज़ार " #कसम " भी  लिखता हूं !!

©बेजुबान शायर shivkumar

कविता कोश हिंदी कविता कविताएं #SAD #SAD Sethi Ji Anshu writer Aman Singh poonam atrey puja udeshi कविता कोश कविताएं कविता कोश कविताएं

19 Love

#मराठीशायरी #Nojotoviralvideo #reelsinstagram #MarathiKavita #trendingreels

📱 फोन का उचलत नाय सांग की रे माझ्या राजा👑🫶💞🤟 #Nojoto #Nojotoviralvideo #viral #MarathiKavita #reelsinstagram #trendingreels मराठी शायरी मरा

135 View

#shamawritesBebaak #love_shayari  White तु मिरि कुर्बत मे होकर मिरी *कुर्बत मे नहीं है,अब
 ऐसे साथ मे तिरि वो पहली सी उल्फत भी नहीं है//१ 

मै गम ए शनास तेरे अदब मे*अज़ीयत सहती रही
     अब मुझमे तेरी*ताजीम की कोई *नीयत भी नहीं है//२

मुझे दर _बदर करने के तुने कई मन्सुबे घड़ तो लिए,
के अब इसमे बची तिरि कुछ  हकीकत भी नहीं है//३

तर्के ताल्लुक से मिरी बर्बादी तो तिरे सरपे होगी,तूने
      हैरान किया इतना,अब मिल्लत की जरूरत भी नहीं है//४

गर चुप रही तेरे तशद्दूद पे तो मुझे मिरि अना मार देगी,
अब अदल करने मे रत्तीभर तिरि हिम्मत भी नहीं है//५

मेरे एह्बाब् ने विरसे का करके किस्सा तमाम,अब्
      मुझे कहते है विरासत मे तिरी कोई शिर्कत भी नहीं है//६ 

आदत बदल लेगा तु बदसलुकी की,इस आस मे उम्र तमाम की,
 तुझमे दिखती *हुस्नेसलूक की वो पहली सी झलक भी नहीं है//७

"शमा"साथ रह्ते हुए,जब हो जाए खत्म,एहसासे कुर्बत,
तो अब मान ही लो के ऐसी कुर्बत मे उल्फत भी नहीं है//८
#shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#love_shayari तु मिरि कुर्बत मे होकर मिरी *कुर्बत मे नहीं है,अब ऐसे साथ मे तिरि वो पहली सी उल्फत भी नहीं है//१*पास मै गम ए शनास तेरे अदब म

225 View

ग़ज़ल :- चलो राह के आज काँटें चुरा लें  उन्हें दिल की महफ़िल में फिर से बिठा लें कभी चाँद के ही बहाने से छत पर जो आओ नज़र प्यास हम भी मिटा लें न ज़न्नत से हैं कम कदम ये तुम्हारे अगर हो इजाज़त तो दुनिया बसा लें बहुत हो गई है चूँ चाँ ज़िन्दगी में  यही कह रहा दिल कि पर्दा गिरा लें  बिछड़ जायेंगे दो घड़ी बाद फिर से  कोई कह दे उनसे गले से लगा लें  बड़ी बद नज़र हैं ज़माने की नज़रें  बचाकर नज़र आज घूँघट उठा लें  सफ़र की थकन से मुसाफ़िर हैं बेसुध  चलो उनको थोडा सा पानी पिला लें  लगी आग जो तन बदन में हमारे  उसे प्रीत से ही चलो हम बुझा लें  मिला जो अभी तक हमें चाहतों में  उसे धड़कनों में कहीं तो छुपा लें  बहुत बढ़ रही है तपन सूर्य की अब  जमीं पे कहीं एक पौधा लगा लें  प्रखर तो यही रात दिन सोचता है । नहीं अब किसी की कभी बददुआ लें  महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  ग़ज़ल :-
चलो राह के आज काँटें चुरा लें 
उन्हें दिल की महफ़िल में फिर से बिठा लें
कभी चाँद के ही बहाने से छत पर
जो आओ नज़र प्यास हम भी मिटा लें
न ज़न्नत से हैं कम कदम ये तुम्हारे
अगर हो इजाज़त तो दुनिया बसा लें
बहुत हो गई है चूँ चाँ ज़िन्दगी में 
यही कह रहा दिल कि पर्दा गिरा लें 
बिछड़ जायेंगे दो घड़ी बाद फिर से 
कोई कह दे उनसे गले से लगा लें 
बड़ी बद नज़र हैं ज़माने की नज़रें 
बचाकर नज़र आज घूँघट उठा लें 
सफ़र की थकन से मुसाफ़िर हैं बेसुध 
चलो उनको थोडा सा पानी पिला लें 
लगी आग जो तन बदन में हमारे 
उसे प्रीत से ही चलो हम बुझा लें 
मिला जो अभी तक हमें चाहतों में 
उसे धड़कनों में कहीं तो छुपा लें 
बहुत बढ़ रही है तपन सूर्य की अब 
जमीं पे कहीं एक पौधा लगा लें 
प्रखर तो यही रात दिन सोचता है ।
नहीं अब किसी की कभी बददुआ लें 
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- चलो राह के आज काँटें चुरा लें  उन्हें दिल की महफ़िल में फिर से बिठा लें

16 Love

#beingoriginal #nojotohindi #Poet

कर्म, बद इरादे #beingoriginal #nojotohindi #Poet

882 View

इतनी सी बात पर मैं उसे छोड़ दूंगा क्या वो लाख बद-दिमाग सही मेरी जान तो हैं । Extraterrestrial life hindi poetry poetry on love love poetry

81 View

में अपने " #लफ़्ज़ " बहुत ही कम ही लिखता हूं !! पर पूरी " #ज़िंदगी " के सारे ग़म को भी लिखता हूं !! मेरी " #शायरी " को पड़ने वाले भी यु तड़प उठे !! में हंस कर ऐसे " #ज़ख़म " को भी लिखता हूं !! " परवाह " नहीं मुझे किसी के ये ,, बेफिजुल ,, आंसुओं की !! जब भी लिखता हूं " बेरहम " भी लिखता हूं !! मुझे तुम्हारी ये बद " दुआ " ही , क्या मुझे ये मारेगी !! में तोड़ी हुई वो हज़ार " #कसम " भी लिखता हूं !! ©बेजुबान शायर shivkumar

#बेजुबानशायर #ज़िंदगी #लफ़्ज़ #कविता95 #कविता #शायरी  में अपने " #लफ़्ज़ " बहुत ही कम ही लिखता हूं !!
पर पूरी " #ज़िंदगी " के सारे ग़म को भी लिखता हूं !!

मेरी " #शायरी " को पड़ने वाले भी यु तड़प उठे !!
में हंस कर ऐसे " #ज़ख़म " को भी लिखता हूं !!

" परवाह " नहीं मुझे किसी के ये ,, बेफिजुल ,, आंसुओं की !!
जब भी लिखता हूं " बेरहम " भी लिखता हूं !!

मुझे तुम्हारी ये बद " दुआ " ही ,  क्या मुझे ये मारेगी !!
में तोड़ी हुई वो हज़ार " #कसम " भी  लिखता हूं !!

©बेजुबान शायर shivkumar

कविता कोश हिंदी कविता कविताएं #SAD #SAD Sethi Ji Anshu writer Aman Singh poonam atrey puja udeshi कविता कोश कविताएं कविता कोश कविताएं

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#मराठीशायरी #Nojotoviralvideo #reelsinstagram #MarathiKavita #trendingreels

📱 फोन का उचलत नाय सांग की रे माझ्या राजा👑🫶💞🤟 #Nojoto #Nojotoviralvideo #viral #MarathiKavita #reelsinstagram #trendingreels मराठी शायरी मरा

135 View

#shamawritesBebaak #love_shayari  White तु मिरि कुर्बत मे होकर मिरी *कुर्बत मे नहीं है,अब
 ऐसे साथ मे तिरि वो पहली सी उल्फत भी नहीं है//१ 

मै गम ए शनास तेरे अदब मे*अज़ीयत सहती रही
     अब मुझमे तेरी*ताजीम की कोई *नीयत भी नहीं है//२

मुझे दर _बदर करने के तुने कई मन्सुबे घड़ तो लिए,
के अब इसमे बची तिरि कुछ  हकीकत भी नहीं है//३

तर्के ताल्लुक से मिरी बर्बादी तो तिरे सरपे होगी,तूने
      हैरान किया इतना,अब मिल्लत की जरूरत भी नहीं है//४

गर चुप रही तेरे तशद्दूद पे तो मुझे मिरि अना मार देगी,
अब अदल करने मे रत्तीभर तिरि हिम्मत भी नहीं है//५

मेरे एह्बाब् ने विरसे का करके किस्सा तमाम,अब्
      मुझे कहते है विरासत मे तिरी कोई शिर्कत भी नहीं है//६ 

आदत बदल लेगा तु बदसलुकी की,इस आस मे उम्र तमाम की,
 तुझमे दिखती *हुस्नेसलूक की वो पहली सी झलक भी नहीं है//७

"शमा"साथ रह्ते हुए,जब हो जाए खत्म,एहसासे कुर्बत,
तो अब मान ही लो के ऐसी कुर्बत मे उल्फत भी नहीं है//८
#shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#love_shayari तु मिरि कुर्बत मे होकर मिरी *कुर्बत मे नहीं है,अब ऐसे साथ मे तिरि वो पहली सी उल्फत भी नहीं है//१*पास मै गम ए शनास तेरे अदब म

225 View

ग़ज़ल :- चलो राह के आज काँटें चुरा लें  उन्हें दिल की महफ़िल में फिर से बिठा लें कभी चाँद के ही बहाने से छत पर जो आओ नज़र प्यास हम भी मिटा लें न ज़न्नत से हैं कम कदम ये तुम्हारे अगर हो इजाज़त तो दुनिया बसा लें बहुत हो गई है चूँ चाँ ज़िन्दगी में  यही कह रहा दिल कि पर्दा गिरा लें  बिछड़ जायेंगे दो घड़ी बाद फिर से  कोई कह दे उनसे गले से लगा लें  बड़ी बद नज़र हैं ज़माने की नज़रें  बचाकर नज़र आज घूँघट उठा लें  सफ़र की थकन से मुसाफ़िर हैं बेसुध  चलो उनको थोडा सा पानी पिला लें  लगी आग जो तन बदन में हमारे  उसे प्रीत से ही चलो हम बुझा लें  मिला जो अभी तक हमें चाहतों में  उसे धड़कनों में कहीं तो छुपा लें  बहुत बढ़ रही है तपन सूर्य की अब  जमीं पे कहीं एक पौधा लगा लें  प्रखर तो यही रात दिन सोचता है । नहीं अब किसी की कभी बददुआ लें  महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  ग़ज़ल :-
चलो राह के आज काँटें चुरा लें 
उन्हें दिल की महफ़िल में फिर से बिठा लें
कभी चाँद के ही बहाने से छत पर
जो आओ नज़र प्यास हम भी मिटा लें
न ज़न्नत से हैं कम कदम ये तुम्हारे
अगर हो इजाज़त तो दुनिया बसा लें
बहुत हो गई है चूँ चाँ ज़िन्दगी में 
यही कह रहा दिल कि पर्दा गिरा लें 
बिछड़ जायेंगे दो घड़ी बाद फिर से 
कोई कह दे उनसे गले से लगा लें 
बड़ी बद नज़र हैं ज़माने की नज़रें 
बचाकर नज़र आज घूँघट उठा लें 
सफ़र की थकन से मुसाफ़िर हैं बेसुध 
चलो उनको थोडा सा पानी पिला लें 
लगी आग जो तन बदन में हमारे 
उसे प्रीत से ही चलो हम बुझा लें 
मिला जो अभी तक हमें चाहतों में 
उसे धड़कनों में कहीं तो छुपा लें 
बहुत बढ़ रही है तपन सूर्य की अब 
जमीं पे कहीं एक पौधा लगा लें 
प्रखर तो यही रात दिन सोचता है ।
नहीं अब किसी की कभी बददुआ लें 
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- चलो राह के आज काँटें चुरा लें  उन्हें दिल की महफ़िल में फिर से बिठा लें

16 Love

#beingoriginal #nojotohindi #Poet

कर्म, बद इरादे #beingoriginal #nojotohindi #Poet

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इतनी सी बात पर मैं उसे छोड़ दूंगा क्या वो लाख बद-दिमाग सही मेरी जान तो हैं । Extraterrestrial life hindi poetry poetry on love love poetry

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