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कभी मिलने आता नहीं ये और बात है वो दिल से जाता नहीं ये और बात है मर्ज-ए-इश्क़ छुपता नहीं छुपाने से तुझे नज़र आता नहीं ये और बात है है तो कुछ और ही तेरे दिल में मगर जुबाँ तक आता नहीं ये और बात है रौनक़ मकाँ की उसके होने से है वो कुछ कमाता नहीं ये और बात है पलकें बिछा रख्खी है उसकी राहों में वो आता जाता नहीं ये और बात है हाले दिल बताता है अंदाज-ए-शेर में वो पर्दा उठाता नहीं ये और बात है हमारे लिये तड़प उन आँखों में खूब है वो सच बताता नहीं ये और बात है ©अज्ञात

#शायरी #बात  कभी मिलने आता नहीं ये और बात है 
वो दिल से जाता नहीं ये और बात है 

मर्ज-ए-इश्क़ छुपता नहीं छुपाने से 
तुझे नज़र आता नहीं ये और बात है 

है तो कुछ और ही तेरे दिल में मगर 
जुबाँ तक आता नहीं ये और बात है 

रौनक़ मकाँ की उसके होने से है 
वो कुछ कमाता नहीं ये और बात है 

पलकें बिछा रख्खी है उसकी राहों में 
वो आता जाता नहीं ये और बात है 

हाले दिल बताता है अंदाज-ए-शेर में 
वो पर्दा उठाता नहीं ये और बात है 

हमारे लिये तड़प उन आँखों में खूब है 
वो सच बताता नहीं ये और बात है

©अज्ञात

#बात

19 Love

मौसम तो आते जाते हैं मौसम की रवानी का क्या कहना बात पुरानी कहकर देखो फिर जानो क्या होता‌ है दिल में रहना ।। ©Mohan Sardarshahari

#शायरी  मौसम तो आते जाते हैं 
मौसम की रवानी का क्या कहना 
बात पुरानी कहकर देखो 
फिर जानो क्या होता‌ है दिल में रहना ।।

©Mohan Sardarshahari

पुरानी बात

17 Love

White 📕_गर वक्त हो ! ..✍️। ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖 _गर वक्त हो ..! 2x तो दो पल साथ चलकर तो देख .. मेरे दिल की गहराइयों में शतरंज का खेल तो देख | . . मेरी खामोशी के मंज़र में गुमनाम हू मैं . , तु मुझे दिल के किरदार से ढूंढ़ कर तो देख। . . गर वक्त हो . . ! २x। ज़बान ए खामोशी , पढ़ कर तो देख । . . गगन में उड़ती पंछियां वनों की हरियाली समंदर की खामोशी जरा पढ़कर तो देख । . . शहर की इस भीड़ से दूर कई किसी गांव की मिट्ठी की महक सूंघ कर तो देख । . . बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x गर वक्त हो ! तुम अपनों से गले लगकर तो देख । . नफ़रत भरे इस बाज़ार में कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . . महलों की ठंडक से बाहर कही किसी ग़रीब की कुटिया में कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . . गुमराहों की इस भीड़ में किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . . गर वक्त हो . . ! आकलन कर लेना . . 2x तुम खुद को पाओगे जंजीरों से जखड़कर उसे तोड़ चैन की सांस तू लेकर तो देख . . । पहचान अपनी हस्ती की. . , तुम खुद जान जाओगे ।. .2x तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! ©Dharmendra Gopatwar

#कविता  White                                           📕_गर वक्त हो ! ..✍️।                    ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖

            _गर वक्त हो ..!  2x
     तो दो पल साथ चलकर तो देख ..
     मेरे दिल की गहराइयों में
     शतरंज का खेल तो देख | .  . 
    
           मेरी खामोशी के मंज़र में
       गुमनाम  हू मैं . ,
            तु मुझे दिल के किरदार से 
            ढूंढ़ कर तो देख। . .
                                                    गर वक्त हो . . !  २x।                                                  
                                 ज़बान ए खामोशी ,                       पढ़ कर तो देख । . .        
       
            गगन में उड़ती पंछियां 
      वनों की हरियाली 
       समंदर की खामोशी 
       जरा पढ़कर तो देख । . .
                    शहर की इस भीड़ से दूर
           कई किसी गांव की मिट्ठी की
         महक सूंघ कर तो देख । . .

               बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x
            गर वक्त हो ! तुम अपनों से 
            गले लगकर तो देख । . 
नफ़रत भरे इस बाज़ार में 
         कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . .
     
            महलों की ठंडक से बाहर 
       कही किसी ग़रीब की कुटिया में 
       कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . .
               गुमराहों की इस भीड़ में 
          किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . .

        गर वक्त हो  . .  !  आकलन कर लेना . . 2x
       तुम खुद को पाओगे 
       जंजीरों से जखड़कर 
                 उसे तोड़ चैन की सांस 
                तू लेकर तो देख . . ।
      
         पहचान अपनी हस्ती की. . ,
       तुम खुद जान जाओगे ।. .2x
        तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . 
        गर वक्त हो . . !
           दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x
ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . .
गर वक्त हो . . !

©Dharmendra Gopatwar

गर वक्त हो..!✍️ हिंदी कविता

9 Love

White तुम्हारी चुप और हमारा लहज़ा कभी मिलेंगे तो बात होगी। हमारी आंखे और तुम्हारा चेहरा कभी मिलेंगे तो बात होगी। ©mehar

#बात #Quotes  White तुम्हारी चुप और हमारा लहज़ा 
कभी मिलेंगे तो बात होगी।
हमारी आंखे और तुम्हारा चेहरा 
कभी मिलेंगे तो बात होगी।

©mehar

#बात होगी

13 Love

जो बात अब वो कैसे बनेगी इश्क में टूटना जरूरी होता है ये रीत कैसे बदलेगी ©kunti sharma

#बात #SAD  जो बात अब वो कैसे बनेगी इश्क में टूटना जरूरी होता है ये रीत कैसे बदलेगी

©kunti sharma

#बात

19 Love

#विचार

सही बात

126 View

कभी मिलने आता नहीं ये और बात है वो दिल से जाता नहीं ये और बात है मर्ज-ए-इश्क़ छुपता नहीं छुपाने से तुझे नज़र आता नहीं ये और बात है है तो कुछ और ही तेरे दिल में मगर जुबाँ तक आता नहीं ये और बात है रौनक़ मकाँ की उसके होने से है वो कुछ कमाता नहीं ये और बात है पलकें बिछा रख्खी है उसकी राहों में वो आता जाता नहीं ये और बात है हाले दिल बताता है अंदाज-ए-शेर में वो पर्दा उठाता नहीं ये और बात है हमारे लिये तड़प उन आँखों में खूब है वो सच बताता नहीं ये और बात है ©अज्ञात

#शायरी #बात  कभी मिलने आता नहीं ये और बात है 
वो दिल से जाता नहीं ये और बात है 

मर्ज-ए-इश्क़ छुपता नहीं छुपाने से 
तुझे नज़र आता नहीं ये और बात है 

है तो कुछ और ही तेरे दिल में मगर 
जुबाँ तक आता नहीं ये और बात है 

रौनक़ मकाँ की उसके होने से है 
वो कुछ कमाता नहीं ये और बात है 

पलकें बिछा रख्खी है उसकी राहों में 
वो आता जाता नहीं ये और बात है 

हाले दिल बताता है अंदाज-ए-शेर में 
वो पर्दा उठाता नहीं ये और बात है 

हमारे लिये तड़प उन आँखों में खूब है 
वो सच बताता नहीं ये और बात है

©अज्ञात

#बात

19 Love

मौसम तो आते जाते हैं मौसम की रवानी का क्या कहना बात पुरानी कहकर देखो फिर जानो क्या होता‌ है दिल में रहना ।। ©Mohan Sardarshahari

#शायरी  मौसम तो आते जाते हैं 
मौसम की रवानी का क्या कहना 
बात पुरानी कहकर देखो 
फिर जानो क्या होता‌ है दिल में रहना ।।

©Mohan Sardarshahari

पुरानी बात

17 Love

White 📕_गर वक्त हो ! ..✍️। ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖 _गर वक्त हो ..! 2x तो दो पल साथ चलकर तो देख .. मेरे दिल की गहराइयों में शतरंज का खेल तो देख | . . मेरी खामोशी के मंज़र में गुमनाम हू मैं . , तु मुझे दिल के किरदार से ढूंढ़ कर तो देख। . . गर वक्त हो . . ! २x। ज़बान ए खामोशी , पढ़ कर तो देख । . . गगन में उड़ती पंछियां वनों की हरियाली समंदर की खामोशी जरा पढ़कर तो देख । . . शहर की इस भीड़ से दूर कई किसी गांव की मिट्ठी की महक सूंघ कर तो देख । . . बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x गर वक्त हो ! तुम अपनों से गले लगकर तो देख । . नफ़रत भरे इस बाज़ार में कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . . महलों की ठंडक से बाहर कही किसी ग़रीब की कुटिया में कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . . गुमराहों की इस भीड़ में किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . . गर वक्त हो . . ! आकलन कर लेना . . 2x तुम खुद को पाओगे जंजीरों से जखड़कर उसे तोड़ चैन की सांस तू लेकर तो देख . . । पहचान अपनी हस्ती की. . , तुम खुद जान जाओगे ।. .2x तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! ©Dharmendra Gopatwar

#कविता  White                                           📕_गर वक्त हो ! ..✍️।                    ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖

            _गर वक्त हो ..!  2x
     तो दो पल साथ चलकर तो देख ..
     मेरे दिल की गहराइयों में
     शतरंज का खेल तो देख | .  . 
    
           मेरी खामोशी के मंज़र में
       गुमनाम  हू मैं . ,
            तु मुझे दिल के किरदार से 
            ढूंढ़ कर तो देख। . .
                                                    गर वक्त हो . . !  २x।                                                  
                                 ज़बान ए खामोशी ,                       पढ़ कर तो देख । . .        
       
            गगन में उड़ती पंछियां 
      वनों की हरियाली 
       समंदर की खामोशी 
       जरा पढ़कर तो देख । . .
                    शहर की इस भीड़ से दूर
           कई किसी गांव की मिट्ठी की
         महक सूंघ कर तो देख । . .

               बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x
            गर वक्त हो ! तुम अपनों से 
            गले लगकर तो देख । . 
नफ़रत भरे इस बाज़ार में 
         कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . .
     
            महलों की ठंडक से बाहर 
       कही किसी ग़रीब की कुटिया में 
       कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . .
               गुमराहों की इस भीड़ में 
          किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . .

        गर वक्त हो  . .  !  आकलन कर लेना . . 2x
       तुम खुद को पाओगे 
       जंजीरों से जखड़कर 
                 उसे तोड़ चैन की सांस 
                तू लेकर तो देख . . ।
      
         पहचान अपनी हस्ती की. . ,
       तुम खुद जान जाओगे ।. .2x
        तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . 
        गर वक्त हो . . !
           दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x
ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . .
गर वक्त हो . . !

©Dharmendra Gopatwar

गर वक्त हो..!✍️ हिंदी कविता

9 Love

White तुम्हारी चुप और हमारा लहज़ा कभी मिलेंगे तो बात होगी। हमारी आंखे और तुम्हारा चेहरा कभी मिलेंगे तो बात होगी। ©mehar

#बात #Quotes  White तुम्हारी चुप और हमारा लहज़ा 
कभी मिलेंगे तो बात होगी।
हमारी आंखे और तुम्हारा चेहरा 
कभी मिलेंगे तो बात होगी।

©mehar

#बात होगी

13 Love

जो बात अब वो कैसे बनेगी इश्क में टूटना जरूरी होता है ये रीत कैसे बदलेगी ©kunti sharma

#बात #SAD  जो बात अब वो कैसे बनेगी इश्क में टूटना जरूरी होता है ये रीत कैसे बदलेगी

©kunti sharma

#बात

19 Love

#विचार

सही बात

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