White जीवन की भाड़ दौड़ में दो पल तो निकाल लो।
किसी ने शाबाशी नहीं दी तो क्या,
यूंही अपनी पीठ थप थापा लो।
इतना भी क्या गैरो की तारीफो का मोहताज होना
मायूसी ही हमदम बन जाए।
सुबह आइने में अपने को खूबसूरत बोल देना था।
मत लगा उम्मीद प्यार के बदले प्यार की,
क्यों इस वजह से दिल को कुचलना।
बस खुद की कदर, खुद करना सीख,
रिश्तों में इस के लिए मत भटकना।
यो अच्छा कर सके तो कर देना,
दुयाए कमाने क्यों कंजूसी करना।
मस्त रहना आ जाए, तो अकेले पन से क्या डरना।
जब कभी दिल भरे तो डायरी के पन्ने सुर्ख कर देना
नहीं तो रब को ही अपना बना लेना
©Ramnik
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