हमारे दिलों ने चाहा और ज़िंदगी बाक़ी रही अगर
तो हम फ़िर मिलेंगे ।
दिलों में इक-दूसरे के लिए यक़ीन और मोहब्बत बाक़ी रही अगर
तो हम फ़िर मिलेंगे ।
सिर्फ़ मोहब्बत ही होगी जब दिलों में,
इक-दूसरे के लिए ना कोई शक,ना सवाल होगा दिल में,
जब ऐसी क़ैफ़ियत होगी दिल की,
तो हम फ़िर मिलेंगे।
नहीं होगा ज़र्रा बराबर भी झूठ दरमियाॅं ,
सिर्फ़ सच बोलने का हौसला जब होगा दिल में,
तो हम फ़िर मिलेंगे ।
अभी शायद ज़रूरी नहीं थी मैं उसके लिए,
किसी दिन शायद हो जाऊॅं मैं भी ज़रूरी अगर,
तो हम फ़िर मिलेंगे।
अभी बहुत सवाल, नाराज़गी, उलझने हैं दरमियाॅं,
इन मस'अलो को साथ ले कर हम साथ कैसे चलेंगे??
किसी दिन ख़त्म हो जाऍं ये मस'अले अगर,
तो हम फ़िर मिलेंगे।
सब की तरह नहीं हूॅं मैं लेकिन जैसे सब में होती है
वैसे ही कुछ अलग बात तो है मुझ में भी,
जब ये बात उसे समझ आ जाएगी,
तो हम फ़िर मिलेंगे।
ज़िंदगी बाक़ी रही और क़िस्मत में लिखा होगा अगर,
तो हम फ़िर मिलेंगे .......
#bas yunhi ek khayaal .......
©Sh@kila Niy@z
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