White बहुत हिम्मत लगती हैं
खुद से ऊपर
किसी और को तरजीह देने में
और
उस से भी कही जियादा हौसला चाहिये ये मान लेने को,की
आप की एहमियत क़तरा भर भी नहीं
ज़िन्दगी तब तक ही खूबसूरत हैं
जब तक आप इसे वैसे ही अपनाए जैसी ये हैं
क़तई नागवार हैं
कोई ज़िंदगी के क़ायदे बदले
और,मेरा जज़्बा मेहज़ मेरा हैं
ये किसी एहमियत का मोहताज़ न था,न है, न होगा कभी
किसी को बिना किसी उम्मीद
मासूमियत से चाहने भी अलग फ़न हैं, बेबाक़
आज के दौर में तो सजदे भी दुआओं के सौदे में होते है
मैं,ख़ुद से मोहब्बत करती हूं
ईश्क़ हैं मुझे मेरे इकतरफ़ा जज़्बे से
क़म स क़म
आज की बनावटी दुनिया भी
मेरी मासूमियत, मेरे एहसास मुझ से नहीं छीन सकेगी कभी
उफ्फ ये एक ख़याल
मुझे कितना मज़बूत कर देता हैं
मैं ख़ुद से कोई शिकायतें नही पालूंगी क़भी
और आप से तो सरकार मेरी इतनी हैसियत ही नहीं के बातें कर सकू,
शिकायतें तो क्या ही कहू
मेरा ईश्क़ मेरा मसला हैं
और मैं,इंतेहाई मुश्किल शक़्स भी तो हु
नही है, मुझ में आज के लोगो जैसी फ़िज़ूल चमक,धमक
और जालसाज़ी
मुझे पैरों तले जज़्बे कुचल कर बढ़ जाने का हुनर नहीं आता
मैंने कई दफ़े, सच कह कर अपना नुकसान ख़ुद कर लिया
झूठ बोल कर ज़ेहर घोलना नहीं आया
अजीब ही शय हु मैं
मुझ को,अब तलक भी दुनिया के रंग में रंगना नही आया...
©ashita pandey बेबाक़
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here