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New उगता सूरज कविता Status, Photo, Video

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White उगता हुआ सूरज, नई उम्मीद जगाता है। पहली किरण से आसमां की गले लगाता है । जो रुक गए हैं राह में, उम्मीद हार कर उनके दिलों में जोश की ज्योति जलाता है ©Vijay Vidrohi

#Motivational #Trending #shayri #status #viral  White उगता हुआ सूरज, नई उम्मीद जगाता है।
पहली किरण से आसमां की गले लगाता है ।
जो रुक गए हैं राह में, उम्मीद हार कर 
उनके दिलों में जोश की ज्योति जलाता है

©Vijay Vidrohi

उगता सूरज #status #New #poem #shayri #Poetry #love #Like #Trending #viral motivational shayari motivational quotes in marathi motivati

16 Love

 White हर इम्तेहान में रहे वो अव्वल
जिंदगी का रुख देख टूटा मनोबल
किताबी बातें काम न आईं 
फलसफा नहीं है ये जिंदगी असल
यहां ईमानदारी की नही कीमत कोई
सच्चाई एक अकेले कोने में रोई 
यहां किताबों का न होता अमल
यहां कर्मों का उल्टा मिलता फल ।।

©NC

#Sad_shayri #कविता हिंदी कविता कविता हिंदी कविता

171 View

#शायरी  White  सुरज की रौशनी 
की तरह उनका प्यार है
जो हर रोज पुरब से निकलकर
पश्चिम में डूब जाता है

©Laxmi singh

# सूरज की रौशनी

108 View

White किसी से दो पल का आत्मीय संवाद, हृदय के बोझ को कितना कम कर देता है।" मैं सोचता हूँ, नदियाँ समंदर की ओर क्यों भागती है, हवाएँ क्यों बेचैन और गतिमान है, ये धरती, ग्रह, नक्षत्र, सबके-सब घूमते क्यों हैं? चंद्रमा अनंत काल से यात्रा पर क्यों है, और ये समंदर उद्वेलित और दग्ध क्यों रहता है? क्या ये भी हमारी तरह आत्मीय संवाद के लिए किसी की तलाश में है? ©Vikram Kumar Anujaya

#कविता #moon_day  White किसी से दो पल का आत्मीय संवाद,
हृदय के बोझ को कितना कम कर देता है।"
मैं सोचता हूँ, 
नदियाँ समंदर की ओर क्यों भागती है,
हवाएँ क्यों बेचैन और गतिमान है,
ये धरती, ग्रह, नक्षत्र,
सबके-सब घूमते क्यों हैं?
चंद्रमा अनंत काल से यात्रा पर क्यों है,
और ये समंदर उद्वेलित और दग्ध क्यों रहता है?
क्या ये भी हमारी तरह आत्मीय संवाद
के लिए किसी की तलाश में है?

©Vikram Kumar Anujaya

#moon_day कविता कोश हिंदी कविता कविता प्रेम कविता हिंदी कविता

16 Love

#good_morning_quotes #कविता #सूरज #Sun  White बेखौफ सा निकलता हूँ रोज़।
बेवक्त सा टहलता हूँ रोज़।
बेशकीमती सा चमकता हूँ रोज।
और बेदर्द सा धधकता हूँ रोज़।

©Anand Prakash Nautiyal tnautiyal
#कविता #GoldenHour  सुनहरी शाम की छटा निराली है,
सूरज की किरणें धरती पे फैली हैं।
सुनहरी रोशनी में सब कुछ चमकता है,
हर चीज़ जैसे सोने में ढलता है।
नीले आसमान में लालिमा छाई है,
हवाओं में भीनी-भीनी ठंडक आई है।
यह पल अद्भुत, ये समय अनमोल है,
सुनहरी शाम का यह अनुपम सजीव नज़ारा है।

©Nirankar Trivedi

#GoldenHour सुनहरी शाम की छटा निराली है, सूरज की किरणें धरती पे फैली हैं। हिंदी कविता कविता कोश हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी Kalki

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White उगता हुआ सूरज, नई उम्मीद जगाता है। पहली किरण से आसमां की गले लगाता है । जो रुक गए हैं राह में, उम्मीद हार कर उनके दिलों में जोश की ज्योति जलाता है ©Vijay Vidrohi

#Motivational #Trending #shayri #status #viral  White उगता हुआ सूरज, नई उम्मीद जगाता है।
पहली किरण से आसमां की गले लगाता है ।
जो रुक गए हैं राह में, उम्मीद हार कर 
उनके दिलों में जोश की ज्योति जलाता है

©Vijay Vidrohi

उगता सूरज #status #New #poem #shayri #Poetry #love #Like #Trending #viral motivational shayari motivational quotes in marathi motivati

16 Love

 White हर इम्तेहान में रहे वो अव्वल
जिंदगी का रुख देख टूटा मनोबल
किताबी बातें काम न आईं 
फलसफा नहीं है ये जिंदगी असल
यहां ईमानदारी की नही कीमत कोई
सच्चाई एक अकेले कोने में रोई 
यहां किताबों का न होता अमल
यहां कर्मों का उल्टा मिलता फल ।।

©NC

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#शायरी  White  सुरज की रौशनी 
की तरह उनका प्यार है
जो हर रोज पुरब से निकलकर
पश्चिम में डूब जाता है

©Laxmi singh

# सूरज की रौशनी

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White किसी से दो पल का आत्मीय संवाद, हृदय के बोझ को कितना कम कर देता है।" मैं सोचता हूँ, नदियाँ समंदर की ओर क्यों भागती है, हवाएँ क्यों बेचैन और गतिमान है, ये धरती, ग्रह, नक्षत्र, सबके-सब घूमते क्यों हैं? चंद्रमा अनंत काल से यात्रा पर क्यों है, और ये समंदर उद्वेलित और दग्ध क्यों रहता है? क्या ये भी हमारी तरह आत्मीय संवाद के लिए किसी की तलाश में है? ©Vikram Kumar Anujaya

#कविता #moon_day  White किसी से दो पल का आत्मीय संवाद,
हृदय के बोझ को कितना कम कर देता है।"
मैं सोचता हूँ, 
नदियाँ समंदर की ओर क्यों भागती है,
हवाएँ क्यों बेचैन और गतिमान है,
ये धरती, ग्रह, नक्षत्र,
सबके-सब घूमते क्यों हैं?
चंद्रमा अनंत काल से यात्रा पर क्यों है,
और ये समंदर उद्वेलित और दग्ध क्यों रहता है?
क्या ये भी हमारी तरह आत्मीय संवाद
के लिए किसी की तलाश में है?

©Vikram Kumar Anujaya

#moon_day कविता कोश हिंदी कविता कविता प्रेम कविता हिंदी कविता

16 Love

#good_morning_quotes #कविता #सूरज #Sun  White बेखौफ सा निकलता हूँ रोज़।
बेवक्त सा टहलता हूँ रोज़।
बेशकीमती सा चमकता हूँ रोज।
और बेदर्द सा धधकता हूँ रोज़।

©Anand Prakash Nautiyal tnautiyal
#कविता #GoldenHour  सुनहरी शाम की छटा निराली है,
सूरज की किरणें धरती पे फैली हैं।
सुनहरी रोशनी में सब कुछ चमकता है,
हर चीज़ जैसे सोने में ढलता है।
नीले आसमान में लालिमा छाई है,
हवाओं में भीनी-भीनी ठंडक आई है।
यह पल अद्भुत, ये समय अनमोल है,
सुनहरी शाम का यह अनुपम सजीव नज़ारा है।

©Nirankar Trivedi

#GoldenHour सुनहरी शाम की छटा निराली है, सूरज की किरणें धरती पे फैली हैं। हिंदी कविता कविता कोश हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी Kalki

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