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New गूँज उठी शहनाई Status, Photo, Video

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White मुक्तक जब से दिल में बसे है ये तुम्हारे नयन दिल में हलचल किए है ये प्यारे नयन हाल पूछो नहीं तुम मेरे नयन का, मेघ सावन से बरसे है ये तुम बिन नयन।। ©सुरेश अनजान

#शायरी #love_shayari  White  मुक्तक 

जब से दिल में बसे है ये तुम्हारे नयन
दिल में हलचल किए है ये प्यारे नयन 
हाल पूछो नहीं तुम मेरे नयन का,
मेघ सावन से बरसे है ये तुम बिन नयन।।

©सुरेश अनजान

#love_shayari Srashti kakodiya.. Anjna Agrawal Anshu writer Aditi Agrawal Latika Sharma (गूँज) Chanchal's poetry meghna Bhardwaj Da

18 Love

White वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती पत्थर कोई ना छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ; श्याम तन, भर बंधा यौवन, नत नयन ,प्रिय- कर्म -रत मन, गुरु हथोड़ा हाथ , करती बार-बार प्रहार ;- सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार । चढ़ रही थी धूप; गर्मियों के दिन दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू रूई - ज्यों जलती हुई भू गर्द चिनगी छा गई, प्राय: हुई दुपहर :- वह तोड़ती पत्थर ! देखे देखा मुझे तो एक बार उस भवन की ओर देखा, छिन्नतार; देखकर कोई नहीं, देखा मुझे इस दृष्टि से जो मार खा गई रोई नहीं, सजा सहज सीतार , सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार; एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर, ढोलक माथे से गिरे सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा - मैं तोड़ती पत्थर 'मैं तोड़ती पत्थर।' - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ©gudiya

#nojotoenglish #love_shayari #nojotohindi #SAD  White वह तोड़ती पत्थर;
 देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर -
वह तोड़ती पत्थर 
कोई ना छायादार 
पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ;
श्याम तन, भर बंधा यौवन,
 नत नयन ,प्रिय-  कर्म -रत मन,
 गुरु हथोड़ा हाथ ,
करती बार-बार प्रहार ;- 
सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार ।

चढ़ रही थी धूप;
 गर्मियों के दिन 
दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू 

रूई - ज्यों जलती हुई भू
गर्द   चिनगी छा गई,
 प्राय: हुई दुपहर :- 
वह तोड़ती पत्थर !
देखे देखा मुझे तो एक बार 
उस भवन की ओर देखा,  छिन्नतार;
 देखकर कोई नहीं,
 देखा मुझे इस दृष्टि से 
जो मार खा गई रोई नहीं,
 सजा सहज सीतार ,
सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार;
 एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर,
ढोलक माथे से गिरे  सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा -
मैं तोड़ती पत्थर 
                'मैं तोड़ती पत्थर।'
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

©gudiya

#love_shayari #Nojoto #nojotophoto #nojotohindi #nojotoenglish वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती प

21 Love

White सहेली..... बोल उठी... वह रहे मोन.. आंखें उनकी बोल उठी.. वह हमारे थे कौन.. दिल की धड़कन बोल उठी.. फूल खिल गए.. तो कलियां बोल उठी.. हम गए दूर.. तो सहेली बोल उठी.. लाला..... ©Mahesh Patel

 White सहेली.....
 बोल उठी...
वह रहे मोन..
आंखें उनकी बोल उठी..
वह हमारे थे कौन.. 
दिल की धड़कन बोल उठी..
फूल खिल गए..
तो कलियां बोल उठी..
हम गए दूर..
तो सहेली बोल उठी..
लाला.....

©Mahesh Patel

सहेली..बोल उठी.. लाला..

14 Love

#उंगली_को_तोड़ #चरित्र #शायरी

हर औरत को अपने #चरित्र पर उठी हुई #उंगली_को_तोड़ देना चाहिए..🖊️#@2🤦🏻🙆🏻‍♀️

135 View

#raksha_bandhan_2024  White रक्षा बंधन का ये त्यौहार,
अब फिर से है आ गया।
राखी लेकर बहना बैठी,
भाई भी उसका आ गया।

खुशी के मारे झूम उठी वो,
कि भैया उसका आ गया।
करके तिलक बांध के राखी,
भेंट भी भैया से पा लिया।

वचनों से बंधा ये बंधन प्यारा,
रिश्तों को मजबूत बनाता है।
भाई बहन का रिश्ता ये प्यारा,
रिश्तों को अनमोल बनाता है।

हमने भी ये पर्व मनाना है,
बहना से राखी बंधवाना है।
खुशी के पल को जताना है,
तिलक भी फिर करवाना है।

देकर वचन उसकी सुरक्षा का,
अपना फर्ज भी तो निभाना है।
छूकर चरण प्यारी बहना का,
प्यारा सा आशीष फिर पाना है।
..............................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#raksha_bandhan_2024 रक्षा बंधन का ये त्यौहार, अब फिर से है आ गया। राखी लेकर बहना बैठी, भाई भी उसका आ गया। खुशी के मारे झूम उठी वो,

189 View

White मुक्तक जब से दिल में बसे है ये तुम्हारे नयन दिल में हलचल किए है ये प्यारे नयन हाल पूछो नहीं तुम मेरे नयन का, मेघ सावन से बरसे है ये तुम बिन नयन।। ©सुरेश अनजान

#शायरी #love_shayari  White  मुक्तक 

जब से दिल में बसे है ये तुम्हारे नयन
दिल में हलचल किए है ये प्यारे नयन 
हाल पूछो नहीं तुम मेरे नयन का,
मेघ सावन से बरसे है ये तुम बिन नयन।।

©सुरेश अनजान

#love_shayari Srashti kakodiya.. Anjna Agrawal Anshu writer Aditi Agrawal Latika Sharma (गूँज) Chanchal's poetry meghna Bhardwaj Da

18 Love

White वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती पत्थर कोई ना छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ; श्याम तन, भर बंधा यौवन, नत नयन ,प्रिय- कर्म -रत मन, गुरु हथोड़ा हाथ , करती बार-बार प्रहार ;- सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार । चढ़ रही थी धूप; गर्मियों के दिन दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू रूई - ज्यों जलती हुई भू गर्द चिनगी छा गई, प्राय: हुई दुपहर :- वह तोड़ती पत्थर ! देखे देखा मुझे तो एक बार उस भवन की ओर देखा, छिन्नतार; देखकर कोई नहीं, देखा मुझे इस दृष्टि से जो मार खा गई रोई नहीं, सजा सहज सीतार , सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार; एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर, ढोलक माथे से गिरे सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा - मैं तोड़ती पत्थर 'मैं तोड़ती पत्थर।' - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ©gudiya

#nojotoenglish #love_shayari #nojotohindi #SAD  White वह तोड़ती पत्थर;
 देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर -
वह तोड़ती पत्थर 
कोई ना छायादार 
पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ;
श्याम तन, भर बंधा यौवन,
 नत नयन ,प्रिय-  कर्म -रत मन,
 गुरु हथोड़ा हाथ ,
करती बार-बार प्रहार ;- 
सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार ।

चढ़ रही थी धूप;
 गर्मियों के दिन 
दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू 

रूई - ज्यों जलती हुई भू
गर्द   चिनगी छा गई,
 प्राय: हुई दुपहर :- 
वह तोड़ती पत्थर !
देखे देखा मुझे तो एक बार 
उस भवन की ओर देखा,  छिन्नतार;
 देखकर कोई नहीं,
 देखा मुझे इस दृष्टि से 
जो मार खा गई रोई नहीं,
 सजा सहज सीतार ,
सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार;
 एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर,
ढोलक माथे से गिरे  सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा -
मैं तोड़ती पत्थर 
                'मैं तोड़ती पत्थर।'
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

©gudiya

#love_shayari #Nojoto #nojotophoto #nojotohindi #nojotoenglish वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती प

21 Love

White सहेली..... बोल उठी... वह रहे मोन.. आंखें उनकी बोल उठी.. वह हमारे थे कौन.. दिल की धड़कन बोल उठी.. फूल खिल गए.. तो कलियां बोल उठी.. हम गए दूर.. तो सहेली बोल उठी.. लाला..... ©Mahesh Patel

 White सहेली.....
 बोल उठी...
वह रहे मोन..
आंखें उनकी बोल उठी..
वह हमारे थे कौन.. 
दिल की धड़कन बोल उठी..
फूल खिल गए..
तो कलियां बोल उठी..
हम गए दूर..
तो सहेली बोल उठी..
लाला.....

©Mahesh Patel

सहेली..बोल उठी.. लाला..

14 Love

#उंगली_को_तोड़ #चरित्र #शायरी

हर औरत को अपने #चरित्र पर उठी हुई #उंगली_को_तोड़ देना चाहिए..🖊️#@2🤦🏻🙆🏻‍♀️

135 View

#raksha_bandhan_2024  White रक्षा बंधन का ये त्यौहार,
अब फिर से है आ गया।
राखी लेकर बहना बैठी,
भाई भी उसका आ गया।

खुशी के मारे झूम उठी वो,
कि भैया उसका आ गया।
करके तिलक बांध के राखी,
भेंट भी भैया से पा लिया।

वचनों से बंधा ये बंधन प्यारा,
रिश्तों को मजबूत बनाता है।
भाई बहन का रिश्ता ये प्यारा,
रिश्तों को अनमोल बनाता है।

हमने भी ये पर्व मनाना है,
बहना से राखी बंधवाना है।
खुशी के पल को जताना है,
तिलक भी फिर करवाना है।

देकर वचन उसकी सुरक्षा का,
अपना फर्ज भी तो निभाना है।
छूकर चरण प्यारी बहना का,
प्यारा सा आशीष फिर पाना है।
..............................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#raksha_bandhan_2024 रक्षा बंधन का ये त्यौहार, अब फिर से है आ गया। राखी लेकर बहना बैठी, भाई भी उसका आ गया। खुशी के मारे झूम उठी वो,

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