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New नदी के द्वीप कविता Status, Photo, Video

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White वो नदी समुन्दर के निकट पहुंचने के तुरंत बाद लौटने लगी अपने स्त्रोत की तरफ क्यों की उसे डर था कि उसका मीठा जल समुन्द्र के खारे पानी से मिल कर कहीं प्रदूषित न हो जाए ©Parasram Arora

 White वो नदी  समुन्दर के निकट पहुंचने के तुरंत बाद लौटने लगी अपने स्त्रोत की तरफ 
क्यों की उसे डर था कि उसका मीठा जल 

समुन्द्र के खारे पानी से मिल कर कहीं प्रदूषित न हो जाए

©Parasram Arora

नदी और उसका मीता पानी

11 Love

सच की चाहत में जलते हुए, छलावे के जाल में चलते हुए। . ©Dhaneshdwivediwriter

#कविता #fakesmile  सच की चाहत में जलते हुए,
 छलावे के जाल में चलते हुए।

















.

©Dhaneshdwivediwriter

#fakesmile सच की चाहत में जलते हुए, छलावे के जाल में चलते हुए। कविता हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी

9 Love

मां तेरा लाडला अकेला है यहां, पर बताना नही चाहता तु बुला ना ले घर पर, ये दिखाना नही चाहता होनहार है,काबिल बनना चाहता है अंन्धकार मे सबकि तरह धुमिल होना नहि चाहता आशिर्वाद चाहिये बस तेरा हौसला मै इकट्ठा कर लुंगा अपने आप को कुछ चुनिन्दा करोड़ो लोगो मे शामिल भी कर लुंगा..!! ©HARSHIT369

#कविता #navratri  मां तेरा लाडला अकेला है यहां, पर बताना नही चाहता
तु बुला ना ले घर पर, ये दिखाना नही चाहता
होनहार है,काबिल बनना चाहता है
अंन्धकार मे सबकि तरह धुमिल होना नहि चाहता
आशिर्वाद चाहिये बस तेरा हौसला मै इकट्ठा कर लुंगा
अपने आप को कुछ चुनिन्दा करोड़ो लोगो
 मे शामिल भी कर लुंगा..!!

©HARSHIT369

#navratri मां के लिए प्रेरणादायी कविता हिंदी

14 Love

White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं , सहकार सारे आंधी तूफान और धूप इंसानों के काम आता हूं। अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो कभी शमशानों में जलाया जाता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, फिर भी मेरी जरूरत समझ नहीं पता है। बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को अपना दर्द छुपा लेता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता है मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी। बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी करोगे मेरी देखभाल तो, प्रकृति में संकट नहीं आएगी l अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l ©Akriti Tiwari

#कविता  White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द 


जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं ,
सहकार सारे आंधी तूफान और धूप 
इंसानों के काम आता हूं। 


अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, 
जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर 
मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो 
कभी शमशानों में जलाया जाता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं 


बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, 
फिर भी मेरी जरूरत  समझ नहीं पता है।
बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को
अपना दर्द छुपा लेता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता है 


मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, 
कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी।
बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी 
तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो 
तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी 
करोगे मेरी देखभाल तो, 
प्रकृति में संकट नहीं आएगी l
अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l

©Akriti Tiwari

वृक्ष के ऊपर कविता। प्रेरणादायी कविता हिंदी

7 Love

 "कबीर दास"🚩🙏

#ReasonICried कबीर के पद #हिन्दी #कबीर #Hindi #poem #poetry #kavita #कविता हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविताएं

117 View

 White हर इम्तेहान में रहे वो अव्वल
जिंदगी का रुख देख टूटा मनोबल
किताबी बातें काम न आईं 
फलसफा नहीं है ये जिंदगी असल
यहां ईमानदारी की नही कीमत कोई
सच्चाई एक अकेले कोने में रोई 
यहां किताबों का न होता अमल
यहां कर्मों का उल्टा मिलता फल ।।

©NC

#Sad_shayri #कविता हिंदी कविता कविता हिंदी कविता

171 View

White वो नदी समुन्दर के निकट पहुंचने के तुरंत बाद लौटने लगी अपने स्त्रोत की तरफ क्यों की उसे डर था कि उसका मीठा जल समुन्द्र के खारे पानी से मिल कर कहीं प्रदूषित न हो जाए ©Parasram Arora

 White वो नदी  समुन्दर के निकट पहुंचने के तुरंत बाद लौटने लगी अपने स्त्रोत की तरफ 
क्यों की उसे डर था कि उसका मीठा जल 

समुन्द्र के खारे पानी से मिल कर कहीं प्रदूषित न हो जाए

©Parasram Arora

नदी और उसका मीता पानी

11 Love

सच की चाहत में जलते हुए, छलावे के जाल में चलते हुए। . ©Dhaneshdwivediwriter

#कविता #fakesmile  सच की चाहत में जलते हुए,
 छलावे के जाल में चलते हुए।

















.

©Dhaneshdwivediwriter

#fakesmile सच की चाहत में जलते हुए, छलावे के जाल में चलते हुए। कविता हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी

9 Love

मां तेरा लाडला अकेला है यहां, पर बताना नही चाहता तु बुला ना ले घर पर, ये दिखाना नही चाहता होनहार है,काबिल बनना चाहता है अंन्धकार मे सबकि तरह धुमिल होना नहि चाहता आशिर्वाद चाहिये बस तेरा हौसला मै इकट्ठा कर लुंगा अपने आप को कुछ चुनिन्दा करोड़ो लोगो मे शामिल भी कर लुंगा..!! ©HARSHIT369

#कविता #navratri  मां तेरा लाडला अकेला है यहां, पर बताना नही चाहता
तु बुला ना ले घर पर, ये दिखाना नही चाहता
होनहार है,काबिल बनना चाहता है
अंन्धकार मे सबकि तरह धुमिल होना नहि चाहता
आशिर्वाद चाहिये बस तेरा हौसला मै इकट्ठा कर लुंगा
अपने आप को कुछ चुनिन्दा करोड़ो लोगो
 मे शामिल भी कर लुंगा..!!

©HARSHIT369

#navratri मां के लिए प्रेरणादायी कविता हिंदी

14 Love

White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं , सहकार सारे आंधी तूफान और धूप इंसानों के काम आता हूं। अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो कभी शमशानों में जलाया जाता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, फिर भी मेरी जरूरत समझ नहीं पता है। बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को अपना दर्द छुपा लेता हूं। इंसानों के हर जरूरत में काम आता है मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी। बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी करोगे मेरी देखभाल तो, प्रकृति में संकट नहीं आएगी l अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l ©Akriti Tiwari

#कविता  White क्या होता है एक वृक्ष का दर्द 


जब से जन्म हूं एक पैर पर खड़ा हूं ,
सहकार सारे आंधी तूफान और धूप 
इंसानों के काम आता हूं। 


अपने इच्छा से या मानव की इच्छा से उगाया जाता हूं, 
जरूरत पड़ती जब मेरी मानो को काटकर 
मेरी शाखों को कभी यज्ञ में तो 
कभी शमशानों में जलाया जाता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता हूं 


बचपन से लेकर बुढ़ापा तक मेरे साथ समय बीतता है, 
फिर भी मेरी जरूरत  समझ नहीं पता है।
बेजुबान हूं देखकर इंसानों की खुशी को
अपना दर्द छुपा लेता हूं।
इंसानों के हर जरूरत में काम आता है 


मिले समय तुम मुझ पर भी ध्यान देना, 
कमी होगी मेरी तो प्रकृति पर संकट गहराएगी।
बारिश नहीं होगी तो फैसले बर्बाद हो जाएगी 
तो तुम भूखे मर जाओगे, उससे भी नहीं तो 
तुम्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाएगी 
करोगे मेरी देखभाल तो, 
प्रकृति में संकट नहीं आएगी l
अंत में इंसानों के हर जरूरत में काम आऊंगा l

©Akriti Tiwari

वृक्ष के ऊपर कविता। प्रेरणादायी कविता हिंदी

7 Love

 "कबीर दास"🚩🙏

#ReasonICried कबीर के पद #हिन्दी #कबीर #Hindi #poem #poetry #kavita #कविता हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविताएं

117 View

 White हर इम्तेहान में रहे वो अव्वल
जिंदगी का रुख देख टूटा मनोबल
किताबी बातें काम न आईं 
फलसफा नहीं है ये जिंदगी असल
यहां ईमानदारी की नही कीमत कोई
सच्चाई एक अकेले कोने में रोई 
यहां किताबों का न होता अमल
यहां कर्मों का उल्टा मिलता फल ।।

©NC

#Sad_shayri #कविता हिंदी कविता कविता हिंदी कविता

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