White #उगता सूरज
उगता हुआ सूरज, नई उम्मीद जगाता है।
पहली किरण से आसमां को गले लगाता है ।
जो रुक गए हैं राह में, उम्मीदें हार कर
उनके दिलों में जोश की ज्योति जलाता है
महक जाते हैं घर उपवन चहकते भोर में पंछी
सुबह आकर सभी को नींद से सूरज उठाता है
यही चर्या निरंतर की, कभी रुकने न वाली है
उदय-ओ-अस्त है सत्य यही हमको सिखाता है।
जिओ तुम रोज नवजीवन, ना रोना कल का तुम रोओ
हो मुख पर तेज इतना कि अरि नज़रें झुकाता है।
मिटा दो भय का अंधियारा, जगा लो दिल में उजियारा
जली हो आग हसरत की , वो राही रुक ना पाता है।
©Vijay Vidrohi
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