उनके खत को यूं ही छोड़ तुम तो आ गए सफीर । रांझा इंतजार में बैठा था कि आज मिलेगी मेरी हीर । उनके स्याही की महक यूं जहन में शामिल है । जैसे इश्क के जहान में बस दो.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here