तुम लौटा देते हो हर बार मेरे प्रेम हार को और लोग समझते है तुमने अस्वीकार कर दी है, मेरे पिरोए हुए फूलों को!😒 हे राम, कैसे समझाऊं उन्हें आलिंगन हार भिन्न होते.
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