अधूरा सा था मैं, कोई मुझसे आ जुड़ गया ! मुफ़लिसी में जी रहे थे, कभी हम !! दस्तक़ हुई उनकी, दिल में अचानक ! सारी खुशियों का ठिकाना, मेरी तरफ मुड़ गया !! ©saura.
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