दुश्मनों की चाहत यही मैं टूटती रहूं या इसे कुछ दोस्तों की बेरुखी कहूं टूटकर जुड़ने का मजबूत इरादा हूं मैं आज हर भारतीय के दिल में हूं ©अदनासा- चित्र सौजन्य ए.
1 Stories
162 View
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here