English
ध्वनि कभी कर्णप्रिय लगती हमको कभी है लगती कर्कश कभी हृदय को पीड़ा देती कभी लुभाती बसबस बनकर के संगीत जहाँ को अपने वश में करती.
1 Stories
ध्वनि कभी कर्णप्रिय लगती हमको कभी है लगती कर्कश कभी हृदय को पीड़ा देती कभी लुभाती बसबस बनकर के संगीत जहाँ को अपने वश में करती कभी भयानक बन जाती यह सारी दुनिया डरती जिसके मुँह से ध्वनि ना निकले उसको गूँगा कहते बहरा बोले सुन नहीं सकता मै कानों के रहते बेखुद ध्वनि जब हद से बढ़ती बन जाती है शोर रूप प्रदूषण का धर लेती बनती आदमखोर ©Sunil Kumar Maurya Bekhud
Sunil Kumar Maurya Bekhud
13 Love
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here