चला हवस के जहानों की सैर करता हुआ मैं ख़ाली हाथ ख़ज़ानों की सैर करता हुआ ज़्यादा दूर नहीं हूँ तेरे ज़माने से मैं आ मिलूँगा ज़मानों की सैर करता हुआ.
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