English
लोग रंग बदलते हैं, rang stories.
60 Stories
ashish gupta
165 View
कुछ तो लोग कहेंगे वरना जिंदा कैसे रहेंगे । ©harshit
harshit tyagi
11 Love
हर आदमी अब गिरगिट हो गया है। किसी पर रंग, पक्का नहीं मिलता। #कविता_संगम ©surya pratap singh
सूर्यप्रताप स्वतंत्र
6 Love
बाजार में रंगों के खुशी ढूंढने गई थी, बोले नहीं मिलेगी हम मजहब में बंट चुके हैं। ©Meenakshi pacholi Bhatt
Meenakshi pacholi Bhatt
10 Love
इसी से जान गया मैं कि वक्त ढलने लगे , मैं थक के छाँव में बैठा तो पेड़ चलने लगे ! मैं दे रहा था सहारे तो एक भीड़ में था , जो गिर पड़ा तो सभी रास्ता बदलने लगे । ©Ankit yaduvanshi
Ankit yaduvanshi
9 Love
कभी कभी किसी के अल्फाज हमें इतने चुभ जाते हैं कि हम सोचने लगते हैं क्या हम वाकई में इतने बुरे है!! ©Aakanksha Tripathi
Aakanksha Tripathi
13 Love
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here