"White बहुत लाचार है किस्मत बहुत मजबूर हूं मैं,
मिलूं कैसे भला तुमसे बहुत ही दूर हूं मैं ।
तेरे आगोश में आना कि जैसे खुल्द में जाना ,
तुम्हारे इश्क में भी किस तरह से चूर हूं मैं ।
तुम मेरा बन सको या न बनो किस्मत की बातें हैं,
मैं खुद को मानता हूं कि तेरा सिन्दूर हूं मैं ।।
©Er. Ambesh Kumar"