"White एक स्त्री को ना तो पुरूष की देह से
प्यार होता है और ना ही उसके पैसे से
वो प्यार करती है
उस जज़्बे कोजहाँ पुरूष स्त्री को
सम्मान व भरोसा देता है कि
उसकी हर परेशानी में साथ देगा
स्त्री मजबूरी में
किसी पुरूष को अपना तन सौंप दे
लेकिन मन उसी के पास होता है जो
उसकी ज़रा सी बोझिल आव़ाज से
जान जाता है कि वो परेशान है।
और पुरूष की कातरता
उसके शब्दों से जाहिर होती है ऐसे पुरूष के साथ स्त्री हर दिन अपने मन से
तन के साथ समर्पित होती है बिना झिझक
बिना शर्म बिना परेशानी स्त्री के तन पर बलात
अधिकार प्राप्त किया जा सकता है
किन्तु मन की कच्ची डोर
उसके प्राण प्रिय पुरूष के पास ही होती है
जो जब चाहे हल्के से खींच उसे अपने पास ले जाता है
बिना किसी टूट के.....!!
©Andy Mann
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