ZIndagi quotes
चर्चे करूं शरीफों की महफिल में ऐसी तुझमें कोई बात नहीं।
चार दिन की मोहब्बत में तुझे जीजू बुलवाऊ
अबे ! निकल इतनी तेरी औकात नहीं।
✍️khushi singh tomer
जूठा पैमाना मुझे मुंह से लगाना नहीं आता।
हर किसी को चाहत मुझे बनाना नहीं आता।
मेरे दोस्त तुझे भाभी बुलाएंगे यह ख्वाब ख्वाब ही रखना।
मुझे छछूंदरों को सर पर चढ़ाना नहीं आता।
✍️R.N