बारी जब मेरी तारीफ की आयी, रातो-रात अख़बार बदल गए थे ,, बोली जब मेरे हुनर की लगी, देखते ही देखते बाजार बदल गए थे ,, किसी को अपना कहने से पहले सोचना जरूर शायर! गुरबत के दिनों ने जब घेरा था मुझे वो अपने और वो सारे रिस्तेदार बदल गए थे .... k ©prakash Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto