ज़िन्दगी से एक ही शिकायत है कि उम्र के साथ बदल क्यों जाती है?
बचपन से जवानी; जवानी से,
बुढ़ापे में ढल क्यों जाती है?
है घर तो रहे सदा के लिए;
ये जिस्में रूह मचल क्यों जाती है?
जिये न हो जो अच्छे से पल, तो!
घड़ी आगे निकल क्यों जाती है?
✍️"हुड्डन"🙏
#शिकायत