ज़िन्दगी से एक ही शिकायत है कि ये मुझे मेरे हाल पर नहीं छोड़ती
बेसक लोग मुझे अपना ना समझे
पर ये मेरे गम और खुशी दोनों मे होती हैं
ऐ ज़िन्दगी क्या शिकायत करू में तुझसे
जिसे अपना कहाँ वो पराया निकला, और तुझसे हमेशा खफ़ा रहती थी तो तु मेरे साथ निकला
प्रियंका झा
ज़िन्दगी से एक ही शिकायत है कि जब इश्क़ मुक्कदर में ना हो तो
यूँ जिन्द़गी में आजमाया नही करते
सूना है इश्क़ मुक्कमल ना हो तो
यहाँ जिऩ्दगी भी तबाह होती है
ज़िन्दगी से एक ही शिकायत है कि जब इश्क़ मुक्कदर में ना हो तो
यूँ जिन्द़गी में आजमाया नही करते
सूना है इश्क़ मुक्कमल ना हो तो
यहाँ जिऩ्दगी भी तबाह होती है
17 Love
ज़िन्दगी से एक ही शिकायत है कि जिंदगी ने कभी शिकायत करने की मौका ही नही दिया।
ज़िन्दगी से एक ही शिकायत है कि उम्र के साथ बदल क्यों जाती है?
बचपन से जवानी; जवानी से,
बुढ़ापे में ढल क्यों जाती है?
है घर तो रहे सदा के लिए;
ये जिस्में रूह मचल क्यों जाती है?
जिये न हो जो अच्छे से पल, तो!
घड़ी आगे निकल क्यों जाती है?
✍️"हुड्डन"🙏
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