"हवा ने उनकी ज़ुल्फ़ों को कुछ यूँ छुआ, कि उनका नागिन के जैसे लहराते हुए मेरे महबूब के चेहरे पर आना हुआ.
उन जुल्फों के पीछे से जब मेरे महबूब ने अपनी नज़रों को झुकाया
खुदा कसम उनकी इस अदा ने हमारे दिल के हर एक तार को गिटार के जैसे झन झनाया."
हवा ने उनकी ज़ुल्फ़ों को कुछ यूँ छुआ, कि उनका नागिन के जैसे लहराते हुए मेरे महबूब के चेहरे पर आना हुआ.
उन जुल्फों के पीछे से जब मेरे महबूब ने अपनी नज़रों को झुकाया
खुदा कसम उनकी इस अदा ने हमारे दिल के हर एक तार को गिटार के जैसे झन झनाया.