मैं जो कुछ हूँ वही कुछ हूँ जो जाहिर है वो बातिन ह | हिंदी शायरी

"मैं जो कुछ हूँ वही कुछ हूँ जो जाहिर है वो बातिन है किसी झूठी अना से दिल को बहलाना नहीं आता ताल्लुक तोड़ता हूं तो मुकम्मल तोड़ देता हूं जिसे मैं छोड़ देता हूं उसे मैं छोड़ देता हूं यकीन रखता नहीं मैं किसी कच्चे ताल्लुक पर जो धागा टूटने वाला हो उसको तोड़ देता हूं ©Gulshan Kumar"

 मैं जो कुछ हूँ वही कुछ हूँ 
जो जाहिर है वो बातिन है
किसी झूठी अना से दिल को बहलाना  नहीं आता 
ताल्लुक तोड़ता हूं तो मुकम्मल तोड़ देता हूं 

जिसे मैं छोड़ देता हूं उसे मैं छोड़ देता हूं 
यकीन रखता नहीं मैं किसी कच्चे ताल्लुक पर

जो धागा टूटने वाला हो
 उसको तोड़ देता हूं

©Gulshan Kumar

मैं जो कुछ हूँ वही कुछ हूँ जो जाहिर है वो बातिन है किसी झूठी अना से दिल को बहलाना नहीं आता ताल्लुक तोड़ता हूं तो मुकम्मल तोड़ देता हूं जिसे मैं छोड़ देता हूं उसे मैं छोड़ देता हूं यकीन रखता नहीं मैं किसी कच्चे ताल्लुक पर जो धागा टूटने वाला हो उसको तोड़ देता हूं ©Gulshan Kumar

#stilllife

People who shared love close

More like this

Trending Topic