मेरी दर्द भरी कहानी है और ग़म का फ़साना है मेरे दि
"मेरी दर्द भरी कहानी है और ग़म का फ़साना है
मेरे दिल पे रंजिशों की हुक्मरानी है, मगर फिर भी मुस्कुराना है
किसे अपना हम बनाये और किसे दास्तान-ए-ग़म सुनायें
क्योंकि लगता अपना भी अब बेगाना है
मो. इक्साद अंसारी"
मेरी दर्द भरी कहानी है और ग़म का फ़साना है
मेरे दिल पे रंजिशों की हुक्मरानी है, मगर फिर भी मुस्कुराना है
किसे अपना हम बनाये और किसे दास्तान-ए-ग़म सुनायें
क्योंकि लगता अपना भी अब बेगाना है
मो. इक्साद अंसारी