Iksad Md Iksad Ansari

Iksad Md Iksad Ansari

Ballia

  • Latest
  • Popular
  • Video

कभी भी शिक्वा शिकायत साबिर के सवाली नहीं करतें क्योंकि साबिर जी कभी भी उन्हें अपने दर से रुख़सत ख़ाली नहीं करतें भर जाती हैं मुरादों से सबकी झोलियाँ क्योंकि मायूस कभी भी किसी को कलियर के वाली नहीं करतें मो. इक्साद अंसारी

 कभी भी शिक्वा शिकायत साबिर के सवाली नहीं करतें
क्योंकि साबिर जी कभी भी उन्हें अपने दर से रुख़सत ख़ाली नहीं करतें
भर जाती हैं मुरादों से सबकी झोलियाँ
क्योंकि मायूस कभी भी किसी को कलियर के वाली नहीं करतें
मो. इक्साद अंसारी

MD Iksad Ansari

10 Love

न जाने किस नशे में इतना तू हो गया मदहोश है आख़िर किस बात का मुझ से निकाल रहा रोष है तुझे न जाने मैंने कितनी कोशिश की समझाने की पर तू मुझे न समझ सका बस इसी बात का मुझे अफ़सोस है मो. इक्साद अंसारी

 न जाने किस नशे में इतना तू हो गया मदहोश है
आख़िर किस बात का मुझ से  निकाल रहा रोष है
तुझे न जाने मैंने कितनी कोशिश की समझाने की
पर तू मुझे न समझ सका बस इसी बात का मुझे अफ़सोस है
मो. इक्साद अंसारी

MD Iksad Ansari

8 Love

मेरे बग़ैर तुम्हारे दिल में फिर कभी गुलशन-ए-यार सा गुलज़ार न मिलेगा रंज व ग़म, दर्द व सितम देने वाले तो मिलेंगे मगर कोई ग़मख़्वार न मिलेगा हज़ारों हैं तेरी शैदाई इस नशे में चूर ऐ मेरे मग़रूर यार दिखावे के लिए तो मिल जायेंगे हज़ारों दोस्त, मगर तुम्हें मुझ जैसा दोस्त वफ़ादार न मिलेगा मो. इक्साद अंसारी

 मेरे बग़ैर तुम्हारे दिल में फिर कभी गुलशन-ए-यार सा गुलज़ार न मिलेगा
रंज व ग़म, दर्द व सितम देने वाले तो मिलेंगे मगर कोई ग़मख़्वार न मिलेगा
हज़ारों हैं तेरी शैदाई इस नशे में चूर ऐ मेरे मग़रूर यार
दिखावे के लिए तो मिल जायेंगे हज़ारों दोस्त, मगर तुम्हें मुझ जैसा दोस्त वफ़ादार न मिलेगा
मो. इक्साद अंसारी

MD Iksad Ansari

8 Love

मेरी दर्द भरी कहानी है और ग़म का फ़साना है मेरे दिल पे रंजिशों की हुक्मरानी है, मगर फिर भी मुस्कुराना है किसे अपना हम बनाये और किसे दास्तान-ए-ग़म सुनायें क्योंकि लगता अपना भी अब बेगाना है मो. इक्साद अंसारी

 मेरी दर्द भरी कहानी है और ग़म का फ़साना है
मेरे दिल पे रंजिशों की हुक्मरानी है, मगर फिर भी मुस्कुराना है
किसे अपना हम बनाये और किसे दास्तान-ए-ग़म सुनायें
क्योंकि लगता अपना भी अब बेगाना है
मो. इक्साद अंसारी

MD Iksad Ansari

8 Love

अब तो जानवरों का नहीं बल्कि इंसानों का शिकार किया जाता है और इस ज़माने में सिद्क़ दिल से नहीं दिखावे का प्यार किया जाता है अब तो किसी तलवार व ख़ंजर की ज़रूरत ही नहीं पड़ती क्योंकि अब तो हर एक पे तीखी बातों से वार किया जाता है मो. इक्साद अंसारी

 अब तो जानवरों का नहीं बल्कि इंसानों का शिकार किया जाता है
और इस ज़माने में सिद्क़ दिल से नहीं दिखावे का प्यार किया जाता है
अब तो किसी तलवार व ख़ंजर की ज़रूरत ही नहीं पड़ती
क्योंकि अब तो हर एक पे तीखी बातों से वार किया जाता है
मो. इक्साद अंसारी

MD Iksad Ansari

7 Love

अब लोगों में पहले वाली मोहब्बत व चाहत और प्यार कहाँ है बाकी़ हर किसी को एक दूसरे से कितना तवक़्क़ो था, पर अब वो ऐतबार कहाँ है बाक़ी चंद रुपयों के लालच में अब तो किया जा रहा है ईमान का सौदा हर एक इंसां में अब हुस्न-ए-किरदार कहाँ है बाक़ी मो. इक्साद अंसारी

 अब लोगों में पहले वाली मोहब्बत व चाहत और प्यार कहाँ है बाकी़
हर किसी को एक दूसरे से कितना तवक़्क़ो था, पर अब वो ऐतबार कहाँ है बाक़ी
चंद रुपयों के लालच में अब तो किया जा रहा है ईमान का सौदा
हर एक इंसां में अब हुस्न-ए-किरदार कहाँ है बाक़ी
मो. इक्साद अंसारी

MD Iksad Ansari

9 Love

Trending Topic