جب ہم بڑے ہوجاتے ہیں تو
پنسل کی جگہ پین اس لیے دیا جاتا ہے تاکہ ہم سمجھ جائیں کہ اب ہماری غلطیاں مٹانا آسان نہیں...
11 Love
मेरी दर्द भरी कहानी है और ग़म का फ़साना है
मेरे दिल पे रंजिशों की हुक्मरानी है, मगर फिर भी मुस्कुराना है
किसे अपना हम बनाये और किसे दास्तान-ए-ग़म सुनायें
क्योंकि लगता अपना भी अब बेगाना है
मो. इक्साद अंसारी
तारीख़ के अवराक़ में एक दिन मेरा भी नाम होगा
इस गीती(ज़माने) में हम भी होंगे ख़ास सुर्खियों में ना ही कोई चर्चा-ए-आ़म होगा
जिस घड़ी किसी वली-ए-कामिल की नज़र-ए-तास़ीर पड़ेगी मुझ नाचीज़ व बे नवा पर
तब ऐ मेरे दोस्त ! कहीं तुझसे भी ऊंचा मेरा मुक़ाम होगा
मो. इक्साद अंसारी
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