बेख़याली में कही उसके दिल को तोड़ मत देना,
बहुत नायाब है वो लड़की उसको छोड़ मत देना
राहत साहब कुछ भी करे करने दो , तुम मत करना
376 लगवा देगी कहीं अकेले में मिलकर झिझोड़ मत देना
बेख़याली में कही उसके दिल को तोड़ मत देना,
बहुत नायाब है वो लड़की उसको छोड़ मत देना
राहत साहब कुछ भी करे करने दो , तुम मत करना
376 लगवा देगी कहीं अकेले में मिलकर झिझोड़ मत देना
5 Love
पराई नींद में सोने का तजरबा कर के
मैं ख़ुश नहीं हूँ तुझे ख़ुद में मुब्तला कर के
ये क्यूँ कहा कि तुझे मुझ से प्यार हो जाए
तड़प उठा हूँ तिरे हक़ में बद-दुआ' कर के
पराई नींद में सोने का तजरबा कर के
मैं ख़ुश नहीं हूँ तुझे ख़ुद में मुब्तला कर के
ये क्यूँ कहा कि तुझे मुझ से प्यार हो जाए
तड़प उठा हूँ तिरे हक़ में बद-दुआ' कर के
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