इंतज़ार मेरा, सिर्फ तेरे दीदार का है ,
ये इंद्रधनुषी रंग तेरे ही प्यार का है ।
यू रुसवा न कर मुझे,ज़ालिम ज़माने में
मेरे हिस्से का सावन भी तेरे ऐतबार का है.।
एक लड़का है दीवाना सा
जो कहता है तुम खुदको छू लो
मैं तुमको छू लूंगा
एक लड़का है दीवाना सा
आंखो में समन्दर है उसके
डूब जाने को जी चाहता है
जितना सोचती हूं उसे
खो जाने को जी चाहता है
है कोई जादू सा उसमे
गुम हो जाने को जी चाहता है
सुनता रहे वो मुझे
कहानियां सुनाने को जी चाहता है
सब कुछ भुला कर
उसकी बाहों में सो जाने को जी चाहता है
उसके होने से वजूद है मेरा
अब ये रिश्ता निभाने को जी चाहता है
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