English
White हाँ मोहब्बत भी हुई थी और एहतराम भी किया था अपने महबूब को एक प्यारा सा नाम भी दिया था और लोग देते होंगे खुश करने के लिए महंगे तोहफे मगर मैंने उसे बस फुर्सत-ए- शाम दिया था ©by KHADUUS
by KHADUUS
10 Love
White मैं उसके पास होकर भी उससे दूर था शायद सिर्फ वही मेरे आँखों का नूर था और मैं कहता रहा उससे मत हो मुझसे रुख्सत मगर शायद उसे मुझसे दूर होना ही मंजूर था ©by KHADUUS
15 Love
White ऐरे गेरे को कभी दिल में बसाया नहीं तेरे बाद किसी को हाल-ए-दिल बताया नहीं वैसे तो दुबारा मैंने बात नहीं की तुझसे मगर ऐसा नहीं है की तू कभी याद आया नहीं ©by KHADUUS
White कायनात की हर कीमती चीज़ है मेरे पास फिर भी ना जाने क्यों तेरे बिन सब कुछ अधूरा सा लगता है और जो करीब आकर बस बैठ जाए तू मेरे ना जाने क्यों सब कुछ पूरा सा लगता है ©by KHADUUS
16 Love
White ये तब की बात है जब तू मेरे पास नहीं था शायद उन दिनों तू मेरा उतना ख़ास नहीं था और सालों बाद भी मैं वहीं बैठा रहूँगा और तू ना होगा सच में यार मुझे इस बात का ज़रा भी अहसास नहीं था ©by KHADUUS
12 Love
White तुझे देखे बगैर तुझसे इश्क़ किया था पसंद मिट जाने का तो कोई सवाल नहीं होता और अगर मोहब्बत न होती ना मुझे तो तुझसे बिछड़ने का ज़रा भी मलाल नहीं होता और अगर तू मिल गया होता मुझे ए हमसफ़र तो शायद मेरा ये बुरा हाल नहीं होता ©by KHADUUS
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