1.हे रघुनंदन हे रेघुराई,तुम संग मैंने प्रीत लगाई!
2. मां बबूल क्या रिश्ते नाते,सबको छोड़ दिए है!
3.मै हूं तेरा प्रेम दीवाना ,तुम हो प्रियतम मेरे!
4.मिलन को तुमसे आस लगाई,कब आओगे तुम रघु राई !
5. हे रघुबीर , हे राम रामैया!
6.लछमन के हो बड़े बड़े भईया,सिया जी के तुम हो सैया!
7.दशरथ पुत्र , कौशल्या माई ,कैकई मां के वचन को पूरा करने!
8.लक्ष्मण सिया संग वनवास को जाई !
9. अयोध्या के तुम हो वसी ,चौदह बरस का वनवास है काटी!
10.काटी नाक लक्ष्मण सूर्पनखा का,धर साधु का भेष लंकेश हरण करत सिया का!
11.वानर सेना ,लक्ष्मण विभीषण समुंदर पार करने को सेतु बनाई ,सेतु पार कर लंका को जाई !
12.भई युद्ध दश शीश दशानन से,राम चलावत तीर हर एक शीश पे!
13.विभीषण बात बताए राम के कानों में,चलो प्रभु जी तीर लंकेश के नाभि पे!
14.रघुबीर चलवात तीर नाभि पे,लंकेश गयो मृत्यु के मुख में!
15.भयो बरस चौदह का वनवास पूरा !
16.राम सिया लक्ष्मण संग हनुमान अयोध्या को जाई ,स्वागत करत भरत ,शत्रुघ्न संग कौशल्या ,कैकई ,सुमित्रा माई !
17. रामलला के लौटन की खुशी में ,पूरी अयोध्या को घी के दीपक से सजाई !
18.भयो रघुनबीर का राज्याभिषेक!
19. राम राजा ,सिया रानी संग तीनों भाई ,हनुमत विराजत राम जी के चरणों में,राम राम का भजन भजते !
20. राम राम सिया राम बोलो जय हनुमान!!!
Gumnaam ladka
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