वक्त ने बदल दी तेरे मेरे
रिश्ते की परिभाषा,
पहले दोस्ती फिर प्यार
फिर अजनबी सा एहसास
5 Love
कहने को हम पास है पर कितनी दूरी है
यह भी कैसी मजबूरी है
तुमसे हमदर्दी भी नहीं कर सकता
मेरे बस की बात नहीं है
मैं यह बहते आंसू पोछू
इतनी मेरी औकात नहीं है
कहने को हम पास है पर कितनी दूरी है
यह भी कैसी मजबूरी है
तुमसे हमदर्दी भी नहीं कर सकता
मेरे बस की बात नहीं है
मैं यह बहते आंसू पोछू
इतनी मेरी औकात नहीं है
4 Love
बची हुई जिंदगी सुकून से बिताना चाहता हूं...!!!
जो भूल चुके मुझे, उन्हें भूल जाना चाहता हूं...!!!
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