English
lekhakk
White एक दिन पिया जाम तो खोने लगा मैं अपने पुराने किए पापों को धोने लगा मैं फिर याद आई मसलसल तुम्हारी और बैठे ही बैठे जो रोने लगा मैं तो रोते ही रोते दिखा इक असर सा कि आखों से झरने सा पानी जो बरसा तो वर्षों पुराना वो चेहरा दिखा फिर निगाहों पे तारों का पहरा दिखा फिर वो दूधिया सा बचपन और गाल गुलाबी आंखों में डर था न खौफ जरा भी तुम्हें देखा तो शक्कर भी तीखी लगी फिर सितारों की रोशनी भी फीकी लगी फिर छलकती हुई चाय सी चलती रही तुम मेरे ख्वाबों के चूल्हे पर उबलती रही तुम अब उबलते उबलते जो भाप उठी फिर मेरे रूह की नस-नस तो कांप उठी फिर तुझे देखा न परखा न समझा न जाना मेरी आंखें तो यूं ही बदनाम हुई फिर इस बदनामी के घूंट को पी लेते हैं फिर अब उधेड़ के मन को जो सी लेते हैं फिर तुम्हारी यादों के सहारे ही जी लेते हैं फिर ©Prince Kaushal
Prince Kaushal
9 Love
White इक पुराने मर्ज की दवा सी लगती हो सांसे कम बची हैं तुम हवा सी लगती हो इस कदर लिपटो खींच कि धड़कन बन जाओ मेरे और मौत के बीच की अड़चन बन जाओ ©Prince Kaushal
14 Love
White गाँव के किसी कोने में एक बूढ़े को अकेले खाँसते देखा है हमने सपनों को अक्सर टूटी खिड़कियों से ही झाँकते देखा है ©Prince Kaushal
11 Love
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