#Sad_shayri
तलवारों का वार रोकनें ढाल नहीं तलवार बनो
हिंसा के उत्तर में अब तुम प्यार नहीं हथियार बनो
ये युद्ध नहीं है धर्मयुद्ध जो केवल आगे से वार होगा
दसो दिशाओं में छा जाओ ऐसा तुम प्रहार बनो
#Emotional_Shayari
रोते को मनाने वाले को खुशियों से जलते देखा
सटने वाली छिपकलियों को गिरगिट सा रंग बदलते देखा
जान चुका हूं हर चेहरे के ऊपर लाख मुखौटे हैं
स्वर्ग की राह बचाने वालों को नरक में पलते देखा
-चित्रांगद
#Chittrangad
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here