Dedicate to Dear Zara Khan
तुम छोटी मोटी बातो से मेरी दोस्ती का इम्तिहान मत लिया करो ऐ दोस्त,
में तेरी दोस्ती की खातिर एक अच्छी क्या हजार बेहतर पोस्ट करा सकता हु।
जलने वाले तो जलते रहेंगे तेरी I'd बंद करते रहेंगे बस तु गम ना किया कर ऐ दोस्त,
यार तु एक बार कह तो सही में तो तेरे लिए मार्क जुकरबर्ग से कहकर VIP I'd बनवा सकता हु।
सुना है तुझे अभी तक इश्क वफ़ा का राझा नही मिला हे,
अरे तु इशारा तो कर में तो मजनू को भी ज़मीं के अंदर से खुदवा सकता हु।
दो जिस्म एक जान ये कहावत बहुत सुनी होगी लेकिन,
तेरे दुःख को अपने दर्द में तेरे अश्क को अपनी आंखो से गिरा सकता हु।
वो तो मालिक हे जहां का जिसकी किस्मत में जो लिख दिया वो सो लिख दिया,
वरना मेरी सुनले तो वो (ईश्वर) तेरे गम दर्द लेके तेरी किस्मत में खुशियां लिखवा सकता हु।
ओर सच यह है कि झूट और प्यार मेरी फितरत में नही है वरना,
तुम और तुमारी सहेलियों को अपने इश्क में डुबा सकता हु।।।
©suhail chauhan
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