English
कभी मुस्कुराना अच्छा लगता था अब हंसना भी अच्छा नहीं लगता कभी सब अच्छा लगता था और अब कुछ भी अच्छा नहीं लगता ©Zindgi Guljaar Hai
Zindgi Guljaar Hai
9 Love
मंजिल ना मिले तो रास्ते बदल लेने चाहिए क्योंकि दरख़्त भी पत्तियों को तबदील करते है जड़ों को नहीं उखाड़ा जाता इंसान को अपने खयालात बदल लेने चाहिए क्योंकि रिस्तो को नहीं तोड़ा जाता ©Zindgi Guljaar Hai
10 Love
साथ जिसने दिया कतरा भी साथ मेरा रही जिंदगी तो समुंदर भी लोटाऊंगी अहसान फरामोश कहा गया है मुझे मैंने जो कहा वो करके भी दिखाऊंगी ©Zindgi Guljaar Hai
13 Love
मखलूके ए ख़ाक ने ताना दिया मुझे जैसी थी नहीं वैसा बना दिया मुझे नजरों से कदमों में गिरा दिया मुझे मुहब्बत करने वालो ने या रब नफ़रत के काबिल बना दिया मुझे ©Zindgi Guljaar Hai
या रब ख़ाक ने ख़ाक कर दिया मुझे कफियत ए कर्ब से तू वाकिफ हे मेरे मैं किया थी और कैसा कर दिया मुझे या रब ख़ाक ने ख़ाक कर दिया मुझे ©Zindgi Guljaar Hai
इज़्जत और शोहरत जब रब देता है इंसान किया ख़ाक सर झुकाएगा मेरा तुझे जो करना है तू कर ऐ आदमजाद रब हर आंसू का बदला लौटाएगा मेरा ©Zindgi Guljaar Hai
11 Love
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here