अब क्या करूं शिक़ायत किसी से किसी की की मै कैसा हूं सब खुश है और मैं ही उदास बैठा हूं,
सब दिखावे की भीड़ में खोए से रहते है और अपनों को ही अपनी अल्फ़ाज़ से पराए कर देते है अगर फुरसत मिले तो दोस्तों इन दिखावों की दुनिया से बाहर आना क्योंकि यहां अपने ही पराए कर देते है ।
#सूरज ✍
इस भीड़ भाड़ की दुनिया में मैंने गुमान चेहरे देखे है,
इस मतलबी भरी दुनिया में मैंने उसे मददगार बनते देखे है,
बहुत मिले हैं इस दुनिया में चेहरे मगर उस चेहरे में कुछ और बात देखे है ।
#सूरज ✍
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