तुम संगमरमर की कोई मूरत बन जाओ,
मैं तुम्हें देखने वाला बन जाऊ,
तुम सुंदर फूलों का बगीचा बन जाओ
मैं तुम्हारा माली बन जाऊं,
तुम अंधेरे मैं रोशनी बन जाओ
मैं तुम्हारे साथ जलती मसाल बन जाऊ,
तुम दीपक बन जाओ
मैं बाती बन जाऊ,
तुम गुनाह बन जाओ
मैं सजा बन जाऊ,
जब आप पर कोई आए अनहोनी
मैं आपके बदले इंतकाल बन जाऊ,
आप रहो सदा मुमताज़ बनके,
मैं आपके बदले कब्र बन जाऊ ...।
©Dear ma'am
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