ए खुदा चांदनी रात में इतनी तन्हाई क्यों होती है जिस से मोहब्बत करते हैं उससे जुदाई क्यों होती है जिंदगी तो लेती है अजीब मोड पर
जिस से ज्यादा मोहब्बत करते हैं उसे बेवफाई क्यो होती है
ए खुदा चांदनी रात में इतनी तन्हाई क्यों होती है जिस से मोहब्बत करते हैं उससे जुदाई क्यों होती है जिंदगी तो लेती है अजीब मोड पर
जिस से ज्यादा मोहब्बत करते हैं उसे बेवफाई क्यो होती है
8 Love
आगर तुने कहा होता तो मे सूरज बन कर पिघल जाता
तूने कहा होता तो मे दिया बन कर बुझ जाता
ऐ जाने बफा तूने मुझको बाता तौ दिया होता
तेरी जिंदगी में ओर कोई है
मे तेरी जिंदगी से धुआं बन कर निकाल जाता
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