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ज़ंग -ए- मैदान में पैग़ाम -ए- इश्क़ लिखते हैं 📕🖋 शब्दों के सहारे हम अपने दिल के ज़ज्बात लिखते हैं 🍂 #poetry #quots #shayari
White कैसा हो अगर ये वक़्त थम जाए कल आए ही ना ग़म-ए-रुख़सत हमें कभी रुलाए ही ना... ©Pavitra Sutparai Magar
Pavitra Sutparai Magar
15 Love
तुमने सिर्फ़ मेरे शब्द सुने, एहसास तो जाना ही नहीं कहने को तो कह दिया मग़र अपना कभी माना ही नहीं ©Pavitra Sutparai Magar
White हर अल्फाज़, जज़्बात जाहिर करे ये ज़रूरी नहीं हर मुसाफ़िर को मंजिल मिले ऐसी तकदीर भी तो नहीं करोड़ो लोगो के भीड़ में लाखों से मुलाकात होगी उन लाखों मे ख़ुद को खो देना ये समझदारी भी नहीं... ©Pavitra Sutparai Magar
14 Love
हवाओं का शोर चल पड़ा हैं ना जाने ये कैसा दौर चल पड़ा हैं देखु तो सब समझ आ जाता हैं सोचु तो हर बात सिर के ऊपर से निकल जाता हैं ख्वाबों में सुकून का एहसास होता है दौड़ भरी ये जिंदगी हर रोज़ अपनों से दूर ले जाता हैं ©Pavitra Sutparai Magar
White किसी को मुकम्मल जहाँ मिला किसी को दो वक़्त की रोटी तक नसीब ना हुई कोई सोया सोने- चांदी के महलों में किसी को सोने के लिए सुखी ज़मीं तक ना दी गई ©Pavitra Sutparai Magar
12 Love
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