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my name is ram poem Mera kam
मेरी चाहतें तुमसे अलग कब हैं, दिल की बातें तुमसे छुपी कब हैं । तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह, फिर ज़िन्दगी को साँसों की ज़रुरत कब है । ©Rmp@ram yash pandey
Rmp@ram yash pandey
8 Love
दूर है मंजिल और आसमां भी दूर राहत पाने के लिए हो गया हूं मजबूर ढूंढता रहा गलियों में रास्तों में खुदा कठिनाई में सपनों को कर दिया है चूर ©Rmp@ram yash pandey
9 Love
हम 2000 के नोट को हजार कहते हैं लोग हमारे सौदे को व्यापार कहते हैं हमें जानते हो हम कौन हैं नाचीज को रामपुर का धुरियापार कहते हैं ©Rmp@ram yash pandey
आसमान भरा था तारों से मैंने पूछा उन सितारों से साथ में अच्छे लगते हो बोले अच्छे तो लगते हैं हम तुम विचारों से ©Rmp@ram yash pandey
6 Love
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दरोगा ने रुकना छोड़ दिया पीने वालों ने ठोकना छोड़ दिया पता नहीं क्या डर है उन्हें कुत्तों ने भौंकना छोड़ दिया ©Rmp@ram yash pandey
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