कवि प्रभात

कवि प्रभात Lives in Katgi, Chhattisgarh, India

तेरे दीवाने थे पहले रहेंगे तेरा दीवाना

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चार दिन की जिंदगी, क्यों करना तकरार ? इस जग में जीवन जिएँ, देते सबको प्यार || ©कवि प्रभात

#कविता #agni  चार दिन की जिंदगी, 
            क्यों करना तकरार ?
                 इस जग में जीवन जिएँ, 
                              देते सबको प्यार  ||

©कवि प्रभात

#agni कविता कोश कुमार विश्वास की कविता प्यार पर कविता

10 Love

जल देता कल जिस तरहा, करके कंठ को तर | देती सुकूँ वैसे मुझे, याद आ के अक्सर || गीत तुम्हारे गाऊंगा, जब तक तन में प्राण | सबसे बड़ा मेरे प्यार का, ये भी एक प्रमाण || ©कवि प्रभात

#कविता  जल देता कल जिस तरहा, करके कंठ को तर |
देती सुकूँ वैसे मुझे, याद आ के अक्सर ||


गीत तुम्हारे गाऊंगा, जब तक तन में प्राण |
सबसे बड़ा मेरे प्यार का, ये भी एक प्रमाण ||

©कवि प्रभात

हिंदी कविता कविता कोश

16 Love

White जादू ऐसा है तेरा, फूटे जब जब बैन | निकले नाम तुम्हारा ही, सच कहता दिन रैन || ©कवि प्रभात

#कविता #sad_quotes  White जादू ऐसा है तेरा, 
       फूटे जब जब बैन |
               निकले नाम तुम्हारा ही,
                           सच कहता दिन रैन ||

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#sad_quotes कुमार विश्वास की कविता प्यार पर कविता कविता कोश

11 Love

White जिसको चाहा पूजा जिसको, दिन ऐसा वो दिखलाई घिन अपने ही आप पे हमको, सच कहता यारों आई लगा ये लगने किसी के दिल में, बसने के लायक नहीं व्यर्थ ही हमने जीवन की, सौगातें धरती पर पाई ©कवि प्रभात

#कविता #sad_dp  White जिसको चाहा पूजा जिसको,
    दिन ऐसा वो दिखलाई 
घिन अपने ही आप पे हमको,
      सच कहता यारों आई 
लगा ये लगने किसी के दिल में,
      बसने के    लायक नहीं 
व्यर्थ ही हमने जीवन की,
        सौगातें   धरती पर  पाई

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#sad_dp हिंदी कविता कविता कोश प्यार पर कविता

11 Love

वृंदा, शालिग्राम को,मन से पुजिये आज | मन वांछित फल पाओगे,बिगड़े बनेंगे काज || मईया तुलसी नित रहे, जिस आँगन पा मान | कहते वेद पुराण सभी, वो है स्वर्ग समान || ©कवि प्रभात

#कविता  वृंदा, शालिग्राम को,मन से    पुजिये  आज |
मन वांछित फल पाओगे,बिगड़े बनेंगे काज ||

मईया तुलसी नित रहे, जिस आँगन पा मान |
कहते वेद पुराण सभी, वो है   स्वर्ग  समान ||

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14 Love

White तेरा व्यहार ऐसा था, जैसे मैं कोई दुश्मन जिसकी छाँव का भी न, करना चाहे तूँ दर्शन अगर ऐसा नहीं तो तुम, रहती बात पे क़ायम 2 मुझसे मिलने को आती, भटकता न मैं पागल बन 12/11/1024 ©कवि प्रभात

#कविता #Sad_Status  White तेरा व्यहार ऐसा था,
       जैसे मैं कोई दुश्मन 
जिसकी छाँव का भी न,
       करना चाहे तूँ दर्शन 
अगर ऐसा नहीं तो तुम,
     रहती बात पे क़ायम 2
मुझसे मिलने को आती,
      भटकता न मैं पागल बन

12/11/1024

©कवि प्रभात

#Sad_Status प्रेम कविता कविता कोश हिंदी कविता

16 Love

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