कवि प्रभात

कवि प्रभात Lives in Katgi, Chhattisgarh, India

तेरे दीवाने थे पहले रहेंगे तेरा दीवाना

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White जिसको चाहा पूजा जिसको, दिन ऐसा वो दिखलाई घिन अपने ही आप पे हमको, सच कहता यारों आई लगा ये लगने किसी के दिल में, बसने के लायक नहीं व्यर्थ ही हमने जीवन की, सौगातें धरती पर पाई ©कवि प्रभात

#कविता #sad_dp  White जिसको चाहा पूजा जिसको,
    दिन ऐसा वो दिखलाई 
घिन अपने ही आप पे हमको,
      सच कहता यारों आई 
लगा ये लगने किसी के दिल में,
      बसने के    लायक नहीं 
व्यर्थ ही हमने जीवन की,
        सौगातें   धरती पर  पाई

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#sad_dp हिंदी कविता कविता कोश प्यार पर कविता

11 Love

वृंदा, शालिग्राम को,मन से पुजिये आज | मन वांछित फल पाओगे,बिगड़े बनेंगे काज || मईया तुलसी नित रहे, जिस आँगन पा मान | कहते वेद पुराण सभी, वो है स्वर्ग समान || ©कवि प्रभात

#कविता  वृंदा, शालिग्राम को,मन से    पुजिये  आज |
मन वांछित फल पाओगे,बिगड़े बनेंगे काज ||

मईया तुलसी नित रहे, जिस आँगन पा मान |
कहते वेद पुराण सभी, वो है   स्वर्ग  समान ||

©कवि प्रभात

कविता कोश

0 Love

White तेरा व्यहार ऐसा था, जैसे मैं कोई दुश्मन जिसकी छाँव का भी न, करना चाहे तूँ दर्शन अगर ऐसा नहीं तो तुम, रहती बात पे क़ायम 2 मुझसे मिलने को आती, भटकता न मैं पागल बन 12/11/1024 ©कवि प्रभात

#कविता #Sad_Status  White तेरा व्यहार ऐसा था,
       जैसे मैं कोई दुश्मन 
जिसकी छाँव का भी न,
       करना चाहे तूँ दर्शन 
अगर ऐसा नहीं तो तुम,
     रहती बात पे क़ायम 2
मुझसे मिलने को आती,
      भटकता न मैं पागल बन

12/11/1024

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#Sad_Status प्रेम कविता कविता कोश हिंदी कविता

16 Love

बिन तेरे वैसे हूँ मै, बिन बादल ज्यूँ नीर | बिन खुशबू ज्यूँ पुष्प हो, ज्यूँ बिन प्राण शरीर || ©कवि प्रभात

#कविता #dhoop  बिन तेरे वैसे हूँ मै, बिन     बादल    ज्यूँ    नीर |
बिन खुशबू ज्यूँ पुष्प हो, ज्यूँ बिन प्राण शरीर ||

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15 Love

White नागफनी से मग भरा, करने मग में फूल | कल देने मुझे आओ तुम, इस दुनियां को भूल || ©कवि प्रभात

#कविता #good_night  White नागफनी से मग    भरा, 
      करने   मग    में फूल |
कल देने मुझे आओ तुम,
     इस दुनियां   को भूल ||

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#good_night कविता कोश प्रेम कविता

14 Love

मुझको भरोसा अब तलक, तुम आओगी पास | नहीं झूठा अब तक हुआ, कभी मेरा विश्वास || ©कवि प्रभात

#कविता #Sukha  मुझको भरोसा अब तलक, तुम आओगी  पास |
नहीं झूठा अब तक हुआ, कभी मेरा विश्वास ||

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