English
Me aur meri --वानी kalam... ke sang likegi ek नयी कहानी...
यहां सबकी एक जैसी कहानी है होठों पे हसीं और आंखों में पानी है और रोते भी तब हैं जब कोई देखे ना इसी का नाम ए दोस्त जवानी है।। ©Abhishek Sss pachauri
Abhishek Sss pachauri
13 Love
क्या हकीकत थी क्या फसाना था । किसे बताना था किसे सुनाना था । चुपचाप रहे वो भी, खामोश रहा मैं भी, उलझन में सवाली थे, हैरत में जमाना था।। क्या हकीकत थी । क्या फसाना था । ©Abhishek Sss pachauri
14 Love
ख़्वाब अब भी जगाते हैं क्या ? नींद में होठ मुस्कुराते हैं क्या ? बारिशे बंदिसो सी लगती हैं, अब भी बेफिक्र भीग जाते हो क्या ? पूछती हैं मेरे गांव की गलियां, शहर में हम याद आते हैं क्या ? ©Abhishek Sss pachauri
8 Love
बाहर महफिले जमाए बैठे है अंदर से कब्रिस्तान है हम।। ©Abhishek Sss pachauri
10 Love
रात करवटो में गुजर जाती है यार तेरी याद बहुत आती है। ©Abhishek Sss pachauri
मेरी आवाज़ कल से ख़ामोशी में बदल जाएगी ये हसरत दिल में कही कैद कर लूगा ©Abhishek Sss pachauri
9 Love
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here