दिल तो प्यारा है ।
मगर दिल से भी प्यारी तुम हो।
पर गजब यह कि इस दिल से ज्यादा न्यारी तुम हो।।
दिल दुखानें का जो दावा है,
करूँ भी तो किस पे करूँ ।
'दर्दे-ए-दिल' तुम ही हो और दिल
भी मेरा तुम ही हो ।।
मुझको आपके सिवा नजर कुछ आता नहीं ।
रौशनी जिसमें है उन आंखों
का वो तारा तुम हो।।
कब्जा है आपका मेरे दिल पे...(कोई दे या ना दे)
दिल दुलारा है दिल की
दुलारी भी तुम हो।।
बैठा 'देव' बहा रहा आंसू उलफत की नदी में
मैं हूँ मझधार ...."माँ" किनारा भी तुम हो....
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