मेरे जीवन के सब कर्मों का आधार तुम्हीं हो माँ
मेरे मानक जो हैं उन सब का आधार तुम्हीं हो माँ
तुमसे ही सीखा है मैंने
हंसना,चलना,पढ़ना
तुमसे ही सीखा संघर्षों
की हर सीढी चढ़ना
जब-जब मैं जीता जीवन में,विजयी हार तुम्हीं हो माँ
मेरे मानक जो हैं उन सब का आधार तुम्हीं हो माँ.....
अपने घर का आँगन तुम हो
तुम सबकी परछाई
जब भी कोई आई विपदा
तुम सबसे आगे आई
मेरी तो होली,दीवाली सब त्योहार तुम्हीं हो माँ
मेरे मानक जो हैं उन सब का आधार तुम्हीं हो माँ
मेरे जीवन के सब कर्मों का आधार तुम्हीं हो माँ
मेरे मानक जो हैं उन सब का आधार तुम्हीं हो माँ
#शुक्रिया ❤️❤️
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