तेरी मुश्किल ना बढ़ाऊंगा ..
चला जाऊंगा।
अश्क आंखों में छुपाऊंगा..
चला जाऊंगा।
अपनी दहलीज पर कुछ देर रहने दे..
जैसे ही होश में आऊंगा ,
चला जाऊंगा।
8 Love
लोग हर मोड़ पे रुक रुक के संभलते क्यूं है,
इतना डरते हैं तो घर से निकलते क्यू हैं
मोड़ होता है जवानी का संभलने के लिए,
और सब यही आकर फिसलते क्यू हैं,
मै ना जुगनू हूं,दिया हूं,ना कोई तारा हूं,
रोशनी वाले मेरे नाम से जलते क्यूं हैं।
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